The kerala Story पर बोले दिग्विजय सिंह, ऐसी झूठी फिल्में बनाने का मतलब क्या है?

फिल्म द केरला स्टोरी को लेकर राजनीति जारी है। भाजपा जहां इस फिल्म का समर्थन कर रही है तो वहीं कुछ विपक्षी दल इसके विरोध में खड़े हैं। पश्चिम बंगाल में तो इसे बैन ही कर दिया गया है। वहीं, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों में इसे टैक्स फ्री किया गया है। इन सब के बीत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का बयान सामने आया है। दिग्विजय सिंह ने फिल्म को पूरी तरह से झूठ बता दिया। अपने बयान में उन्होंने कहा कि फिल्म बनाने वालों ने कहा कि 32 हजार लड़कियों का धर्म परिवर्तन हुआ और उन्हें ISIS के काम पर लगाया गया लेकिन सच में तीन लड़कियां निकली। तो ऐसी झूठी फिल्में बनाने का मतलब क्या है? इसे भी पढ़ें: NCP नेता जितेंद्र आव्हाड की मांग, The Kerala Story के निर्माता को सरेआम दी जाए फांसीइसके साथ ही कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसे ही कश्मीर फाइल्स बनी थी और जब सरकार किसी फिल्म के प्रमोशन में लग जाती तो उसका राजनीतिक उद्देश्य नजर आता है। वहीं, इससे पहले भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि यह (धर्मांतरण और ‘लव-जिहाद’) न केवल केरल में बल्कि मध्य प्रदेश के भोपाल में भी हो रहा है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि हर हिंदू महिला को यह फिल्म देखनी चाहिए। भाजपा सांसद ने दावा किया कि पाकिस्तान और अन्य देशों द्वारा प्रायोजित एक साजिश के तहत, हिंदू महिलाओं और पुरुषों को परिवर्तित किया जाता है और देश के खिलाफ खड़ा किया जाता है।  इसे भी पढ़ें: Bengal में फिल्म द केरला स्टोरी पर प्रतिबंध लगाया गया, भाजपा-TMC में वाकयुद्ध छिड़ामध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ममता बनर्जी ने तुष्टिकरण की राजनीति के चलते पश्चिम बंगाल में फिल्म द केरला स्टोरी को बैन कर दिया है। दरअसल ममता दीदी की ‘ममता’ सिर्फ रोहिंग्या पर बरसती है। इससे पहले सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कहा कि जो लोग फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ का विरोध कर रहे हैं, वे प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के समर्थक हैं। ठाकुर ने गुरुग्राम में एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग फिल्म का विरोध कर रहे हैं वे आतंकवादी समूह पीएफआई के साथ-साथ आईएसआईएस के एजेंडे का समर्थन कर रहे हैं।