क्या सीएम रहते उद्धव ने अमरावती मर्डर को दबाने की कोशिश की? एकनाथ शिंदे सरकार कराएगी जांच

नागपुर: अमरावती के व्यापारी उमेश कोल्हे हत्या प्रकरण में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के फोन कॉल की सरकार जांच कराएंगी। विधानसभा में कैबिनेट मंत्री शुभूराज देसाई ने घोषणा की। आरोप है कि महा विकास अघडी (एमवीए) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अमरावती में उमेश कोल्हे हत्याकांड को दबाने की कोशिश की थी। शिंदे सरकार की ओर से ठाकरे परिवार के खिलाफ यह तीसरी जांच है, जिसके आदेश दिए गए हैं। शुक्रवार को विपक्ष ने विधानसभा की बैठक का बहिष्कार किया था। विशेष बैठक में बीजेपी के विधायक ही शामिल हुए। बैठक में बीजेपी के सदस्य राम सातपुते ने अहमदनगर जिले के धर्मांतरण को लेकर एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पेश किया था। इस पर अमरावती के विधायक रवि राणा ने उमेश कोल्हे की हत्या का मुद्दा उठाया। राणा ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस के एक नेता के अनुरोध पर चोरी का केस में रूप में जांच करने को कहा था।

सांसद राणा और मैंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का जानकारी दी थी कि किस तरह से राज्य के मुख्यमंत्री ठाकरे मामले को दबाने का प्रयास कर रहे हैं। इस पर शाह ने मामले की जांच एनआईए को सौंप दी। उन्होंने ने कहा कि नुपुर शर्मा और हिंदुत्व के समर्थन में पोस्ट करने पर भरे चौराहे पर कोल्हे की हत्या की गई थी।

खंगाली जाएंगीं उद्धव की कॉल डिटेल्स

रवि राणा ने इस प्रकरण की जांच एसआईटी से कराने की मांग की। सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुए कैबिनेट मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि राज्य के खुफिया विभाग की रिपोर्ट और उद्धव ठाकरे के फोन कॉल की जांच के बाद उचित निर्णय लिया जाएगा।

क्या है उमेश कोल्हे हत्याकांड?

इस साल जून में अमरावती में अपना मेडिकल स्टोर बंद कर अपने स्कूटर से घर लौट रहे फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। जांचकर्ताओं ने कहा कि पैगंबर के बारे में निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित बयानों के पक्ष में पोस्ट के लिए उन्हें निशाना बनाया गया था। यह घोषणा अहमदनगर के श्रीरामपुर तालुका में एक धार्मिक रूपांतरण मामले पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान हुई।

रवि राणा ने फडणवीस का साधा निशाना

विधायक रवि राणा ने इस मुद्दे को उठाया, कोल्हे मामले के कथित दमन की जांच की मांग करते हुए इसे डकैती करार दिया। राज्य के आबकारी मंत्री शंभुराज देसाई ने कहा कि राज्य एसआईडी से विस्तृत रिपोर्ट मांगेगा। आगे की कार्रवाई रिपोर्ट के आधार पर और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के परामर्श से होगी, जिनके पास गृह विभाग भी है।

शिवसेना प्रवक्ता का बयान

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रवक्ता हर्षल प्रधान ने इस कदम को राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा, ‘यह स्पष्ट रूप से ठाकरे परिवार को दुखी करने, मुश्किलें और बाधाएं पैदा करने का एक प्रयास है। जो लोग ऐसा कर रहे हैं वे सत्ता में बैठे लोगों के हाथों की कठपुतली हैं और यह बात सभी जानते हैं।’

अहमदनगर धर्मांतरण केस

अहमदनगर धर्मांतरण मामले पर, देसाई ने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के अलावा, कथित रूप से धर्मांतरण करने वालों को बचाने वाले पुलिस अधिकारी का तबादला कर दिया गया है और इसकी जांच की जा रही है। कोल्हे की हत्या के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी इरफान खान समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया था। ये सभी अमरावती के निवासी हैं और इन पर आईपीसी की धाराओं के अलावा कड़े आतंकवाद विरोधी कानून के तहत आरोप लगाए गए हैं।