शादी, इनकार और इंतकाम: मौसी की बेटी का ‘ना’ और इरफान बन गया हैवान

एनबीटी न्यूज, नई दिल्लीः शादी टूटने पर इरफान नाम का युवक अपनी मंगेतर नरगिस से इस कदर नाराज हुआ कि बातचीत करने के बहाने उसे मालवीय नगर स्थित विजय मंडल पार्क के अंदर ले गया और उसके सिर पर लोहे की रॉड से हमला कर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी इरफान को गिरफ्तार कर लिया है। उसे युवती का रिश्तेदार बताया गया है। हत्या में इस्तेमाल लोहे की रॉड भी बरामद कर ली गई है। पुलिस ने बताया, शुक्रवार दोपहर कॉल मिली थी कि अरविंदो कॉलेज के पास विजय मंडल पार्क में एक युवक एक लड़की को जान से मारकर भाग गया है। मौके पर लोहे की रॉड पड़ी है। पुलिस को मौके पर लड़की का शव मिला। उसके सिर से खून बह रहा था। नरगिस की मौसी का बेटा है आरोपी इरफानआरोपी और युवती की मां सगी बहनें हैं। दोनों की शादी की बात चल रही थी लेकिन युवती के परिजनों ने शादी से इनकार कर दिया। युवती ने भी उससे बातचीत करना छोड़ दिया था। उसके नंबर भी ब्लॉक कर दिए थे। आरोपी को लग रहा था कि अब उसकी शादी कहीं नहीं होगी। उसके लिए कोई रिश्ता भी नहीं आ रहा था। तब से वह परेशान चल रहा था। इरफान से पूछताछ में पता चला कि गुस्से में आकर उसने तीन दिन पहले हत्या की योजना बनाई। युवती मालवीयनगर स्थित एक कोचिंग सेंटर पढ़ने आती थी। शुक्रवार को पांच मिनट बात करने के बहाने युवती को पार्क में ले गया और लोहे की रॉड से हमला कर हत्या कर दी। बातचीत की बंद, नंबर भी ब्लॉक कियाडीसीपी के मुताबिक नरगिस का परिवार पिछले 30 साल से संगम विहार इलाके में रह रहा है। मूलरूप से यह लोग औरेया यूपी के रहने वाले हैं। इरफान भी वहीं का रहने वाला है। इरफान संगम विहार में अकेला रहता है। उसका परिवार गांव में ही रहता है। शादी टूटने के बाद से नरगिस ने उससे बातचीत करना छोड़ दिया था और उसका नंबर भी ब्लॉक कर दिया था। वहीं इरफान की कहीं शादी नहीं हो रही थी और उसके छोटे भाई की शादी भी तय होने वाली है। तब से वह परेशान चल रहा था।तीन दिन पहले से थी हत्या की प्लानिंगइरफान से पूछताछ में पता चला कि उसे पता था कि नरगिस मालवीय नगर में कोचिंग सेंटर में आती है। इसलिए उसने तीन दिन पहले ही हत्या की प्लानिंग की। फिर शुक्रवार को पांच मिनट बात करने के बहाने से वह नरगिस को पार्क में ले गया और लोहे की रॉड से हमला कर उसकी हत्या कर दी। पिता बोले, एक ही औलाद थी मेरीकमला नेहरू कॉलेज से हिंदी में ग्रेजुएशन करने के बाद नरगिस आगे बढ़ना चाहती थी। वह मालवीय नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर से स्टेनो की पढ़ाई कर रही थी, लेकिन उसकी मौत से न केवल नरगिस का बल्कि उसके पूरे परिवार का सपना टूट गया। नरगिस के पिता हमेशा पढ़ाई के लिए उसके साथ खड़े रहे। बेटी के मौत के बाद पिता के आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। उनका बस यह कहना है कि इरफान को मौत की सजा के अलावा उन्हें और कुछ नहीं चाहिए। चाहे उन्हें कुछ भी करना पड़ जाए। उनकी नरगिस एक ही औलाद थी। उसे वह बहुत बड़ा आदमी बनना चाहते थे। नरगिस की मां और आरोपी इरफान की मां सगी बहने हैं। इरफान और नरगिस की शादी की बात भी चल रही थी, लेकिन नरगिस पढ़ी लिखी थी। जबकि इरफान कोई काम नहीं करता था। ऐसे में उसके घर वालों ने और लड़की ने उससे शादी करने से मना कर दिया था।