भ्रष्टाचार व पेपर लीक मामले में भारतीय जनता पार्टी का जयपुर में प्रदर्शन

जयपुर। राजस्थान में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भ्रष्टाचार एवं पेपर लीक के मुद्दे को लेकर मंगलवार को राजधानी जयपुर में कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के पास एक जनसभा के बाद सचिवालय की ओर मार्च शुरू किया। हालांकि, पुलिस ने उन्हें स्टैच्यू सर्किल पर रोक लिया।इसे भी पढ़ें: Madhya Pradesh: राजनाथ का प्रियंका पर वार, बोले- चुनाव नज़दीक आते ही कई मौसमी हिंदू भी दिखाई देने लगते हैं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, राज्यसभा सदस्य किरोड़ी मीणा समेत अन्य नेताओं ने पुलिस बैरिकेडिंग के खिलाफ सांकेतिक धरना दिया।
कार्यकर्ताओं ने कुछ देर के धरने के बाद वहां भ्रष्टाचार का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। इसके कुछ देर बाद ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की।
इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष जोशी और अन्य नेताओं को पुलिस बस में बैठाकर ले गई।इसे भी पढ़ें: Ukraine में राष्ट्रपति जेलेंस्की के गृह नगर में रूसी मिसाइल हमले में कम से कम 10 की मौत
इससे पहले जोशी ने कहा, आंदोलन कांग्रेस सरकार के कुशासन के खिलाफ है। गहलोत सरकार ने युवाओं को ठगा है और उनके सपनों को लूटा है। महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, भ्रष्टाचार चरम पर है इसलिए आज सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है।
वहीं भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए किरोड़ी लाल मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया।’’
उन्होंने कहा, गहलोत सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। राजस्थान में एक साल 16 प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हो गए। अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जांच शुरू कर दी है और इसलिए गहलोत डरे हुए हैं।
उन्होंने कहस, आने वाले दिनों में भाजपा खदान घोटाले का पर्दाफाश करेगी। साथ ही, जल जीवन मिशन में एक घोटाले और शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल के भ्रष्टाचार के मामलों का पर्दाफाश करेगी।
उन्होंने दावा किया कि देश में पहली बार सरकारी भवन की अलमारी से 2.31 करोड़ रुपये नकद और सोना बरामद हुआ है।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने योजना भवन के बेसमेंट में बंद अलमारी से नकदी और एक किलो सोना बरामद किया गया था, जिसके बाद जयपुर पुलिस ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के एक संयुक्त निदेशक को गिरफ्तार किया था।
मीणा ने दावा किया कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग में 5000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ और जब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने घोटाले की जांच की अनुमति मांगी तो मुख्यमंत्री ने अनुमति नहीं दी।
मीणा ने कहा कि गहलोत को इमानदारी का लबादा उतार देना चाहिए।
इस मार्च व प्रदर्शन में जयपुर शहर के पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।