Britain में बोलीं दिल्ली की शिक्षा मंत्री, भारत में 35 करोड़ लोग भूखे रह रहे, भाजपा का पवटवार

आप नेता और दिल्ली की मंत्री आतिशी ने यूनाइटेड किंगडम में ‘एजुकेशन: बिल्डिंग इंडियाज फ्यूचर एट 100’ शीर्षक से कैंब्रिज यूनियन के भारत सम्मेलन को संबोधित करते हुए एक ऐसी बात कही है जिससे बवाल बढ़ गया है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि 2020 से 2022 के बीच भारत में अरबपतियों की संख्या बढ़ी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में भूखे लोगों की संख्या 2020 में 19 करोड़ से बढ़कर 2022 में 35 करोड़ हो गई है। अब इसी पर भाजपा आक्रामक हो गई है।। इसे भी पढ़ें: Amit Shah Sirsa Rally: सिरसा से भाजपा के ‘मिशन 2024’ का शंखनाद करेंगे अमित शाह, इससे पहले AAP-किसान नेता व सरपंचों को प्रशासन ने क्यों थमाया नोटिस?आतिशी ने क्या कहाआतिशी ने कहा कि हमें बताया गया है कि भारत में बढ़ते अरबपतियों की संख्या सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि 2020 से 2022 के बीच अरबपतियों की संख्या 102 से बढ़कर 166 हो गई। लेकिन एक और आंकड़ा है जो 2020 से 2022 तक बढ़ा और वह है देश में भूखे लोगों की संख्या जिनके पास भोजन नहीं है। दिल्ली में आप के शिक्षा मंत्री ने मानव विकास सूचकांक में भारत की रैंकिंग के बारे में भी बात की और इसकी तुलना पड़ोसी देशों भूटान, श्रीलंका और बांग्लादेश से की। उन्होंने कहा कि मानव विकास सूचकांक सकल घरेलू उत्पाद की तुलना में एक बेहतर संकेतक था और कहा कि भारत सूची में 132 स्थान पर था और भारत के पड़ोसी मानव विकास सूचकांक में भारत से आगे थे। इसे भी पढ़ें: Delhi: AAP का दावा, 2024 में भाजपा जीती तो खुद को राजा घोषित कर लेंगे मोदी, भाजपा का पलटवारभाजपा का पलटवारकेंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि दो युवा नेता हैं। उनमें से एक (राहुल गांधी) अमेरिका जाता है और वहां पहुंचकर वह भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति को याद करने लगता है। 1983 में जब वह 13 साल के थे, तब असम में नेली नरसंहार में कुल 2000 लोग मारे गए थे। जब वह 14 वर्ष के थे, तब सिखों पर अत्याचार हुए। उन्होंने कहा कि एक अन्य नेता (आतिशी) इंग्लैंड जाता है और कहता है कि भारत में 35 करोड़ लोग भूखे मर रहे हैं। पीएम मोदी 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मुहैया करा रहे हैं।  हमें उन पर ध्यान देना बंद कर देना चाहिए। भाजपा की ओर से एक ट्वीट कर कहा कि विपक्षी दल भाजपा का विरोध करते करते राजनीति के लिए इस स्तर तक गिर चुके हैं कि वह अब देश का विरोध करने लगे हैं। आगे बढ़ता भारत भी इन्हें रास नहीं आ रहा। राहुल गांधी से लेकर आतिशी मार्लेना तक देश विरोधियों की लिस्ट लंबी होती जा रही है!