दिल्ली : अगले 8-10 दिन गर्मी से नहीं मिलेगी राहत, मौसम विभाग ने बताया पाकिस्तान वाला कनेक्शन

नई दिल्ली : दिल्ली में बारिश के दौर पर ब्रेक लग गया है। मौसम विभाग के अनुसार राजधानी में अब तेजी से गर्मी पड़ेगी। पूर्वानुमान अगर सही रहे तो सितंबर में मई-जून जैसी गर्मी का अहसास हो सकता है। इसकी वजह पाकिस्तान से आ रही शुष्क और गर्म हवाओं को बताया जा रहा है। स्काईमेट के अनुसार 2002 के बाद से मॉनसून के दौरान यह राजधानी का सबसे लंबा ड्राई स्पैल हो सकता है। इतना ही नहीं, जून जुलाई में अच्छी बारिश की वजह से मॉनसून की जो बारिश अभी सामान्य से 8 प्रतिशत अधिक बनी हुई है, वह भी कम होने की आशंका है।29 से 31 अगस्त तक मौसम शुष्करविवार को अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री रहा। यह सामान्य से दो डिग्री अधिक है। वहीं, न्यूनतम तापमान 26.9 डिग्री रहा। यह सामान्य से एक डिग्री अधिक है। हवा में नमी का स्तर 53 से 67 प्रतिशत रहा। पूर्वानुमान के अनुसार सोमवार को आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 36 और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री तक रहेगा। इसके बाद 29 से 31 अगस्त तक मौसम लगातार ड्राई बना रहेगा और गर्मी बढ़ती जाएगी। तापमान 37 से 38 डिग्री तक जा सकता है। वहीं, न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री तक रह सकता है। एक और दो सितंबर को गर्मी रह सकती है। अधिकतम तापमान 38 से 39 डिग्री रहा और न्यूनतम तापमान 29 से 30 डिग्री रह सकता है। अगस्त में 50% कम हुई बारिशराजधानी में अगस्त में अब तक 50 प्रतिशत से भी कम बारिश हुई है। स्काईमेट के अनुसार अब तक महज 93 एमएम के करीब बारिश हुई है। जबकि सामान्य बारिश 226.8 एमएम है। पूर्वानुमान के अनुसार राजधानी में कम से कम अगले 8 से 10 दिनों तक मौसम ड्राई रह सकता है। दिल्ली से पश्चिम और दक्षिण पश्चिम से शुष्क हवाएं जारी रहेंगी। इसकी वजह से तापमान एक दो दिन में बढ़ सकता है। इन हवाओं की वजह से दिन काफी गर्म रहेंगे। 3 दिन से दिल्ली-NCR में बढ़ रहा प्रदूषण पिछले तीन दिनों से राजधानी और एनसीआर का प्रदूषण स्तर लगातार बढ़ रहा है। एनसीआर और दिल्ली के कुछ इलाकों में तो प्रदूषण खराब स्तर पर भी दर्ज हुआ। मौसम विभाग के आईआईटीएम की ओर से जारी प्रदूषण पूर्वानुमान में कहा गया है कि 28 अगस्त को भी पूरे नॉर्थ वेस्ट भारत में पाकिस्तान और राजस्थान से हवाओं के साथ धूल आ सकती है। इसकी वजह से प्रदूषण में इजाफा होगा। 28 से 30 अगस्त तक प्रदूषण स्तर संतोषजनक बना रहेगा। वहीं अगले छह दिनों के आउटलुक में भी प्रदूषण संतोषजनक स्तर पर रहने की संभावना है। वहीं दिल्ली सरकार की सुपरसाइट से मिली जानकारी के अनुसार प्रदूषण में धूल की हिस्सेदारी रविवार को 62 प्रतिशत तक रही। जबकि गाड़ियों से होने वाला प्रदूषण आठ प्रतिशत और बाहरी प्रदूषण 18 प्रतिशत तक रहा। जी-20 के दौरान भी रहेगी नजरप्रदूषण की वजह से डीपीसीसी और सीपीसीबी की चिंताएं जी-20 को लेकर बढ़ गई हैं। दुनिया के कई बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्ष आठ से 10 सितंबर के बीच दिल्ली में होंगे। ऐसे में अगर मौसम की बेरुखी बनी रही तो परेशानियां बढ़ सकती हैं। हालांकि डीपीसीसी की 30 मोबाइल टीमों को लगाया गया है। ये टीमें जी20 के दौरान भी आयोजन स्थल के आसपास प्रदूषण फैलाने वाली एक्टिविटी रोकेंगी और उनके खिलाफ कार्रवाई भी करेंगी।