शराब घोटाले में पहली बार दिल्ली के सीएम केजरीवाल का भी नाम, ईडी ने फाइल की चार्जशीट

नई दिल्ली: दिल्ली के शराब घोटाले में पहली बार मुख्यमंत्री का नाम सामने आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर शराब घोटाले के आरोपियों के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया है। इस मामले में ईडी ने चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें सीएम केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के साथ-साथ उनके करीबी विजय नायर भी आरोपी हैं।सिसोदिया के सचिव के बयान के आधार पर चार्जशीट दाखिलईडी ने दावा किया है कि केजरीवाल और उनकी सरकार के अन्य सदस्यों के खिलाफ चार्जशीट सिसोदिया के सचिव सी अरविंद के रेकॉर्ड बयानों के आधार पर दाखिल की गई है। पीएमएलए कोर्ट ने गुरुवार को चार्जशीट का संज्ञान लिया और सभी आरोपियों के खिलाफ आरोप तय करने की अनुमति दी है। चार्जशीट विजय नायर, इंडोस्पिरिट्स के प्रमुख समीर महेंद्रू समेत अन्य आरोपियों और कई कंपनियों के खिलाफ दायर की गई है। गोवा चुनाव में इस्तेमाल किया घोटाले का पैसाहमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी ने चार्जशीट में दावा किया है कि दिल्ली की नई आबकारी नीति से लाभान्वित शराब कार्टेल से 100 करोड़ रुपये की कथित रिश्वत के बारे में बता चला है। ये रिश्वत कै पैसों का इस्तेमाल AAP के नेताओं द्वारा किया गया था। इस शराब घोटाले के सूत्रधार दिल्ली सरकार के मंत्री थे। एजेंसी ने बताया कि कुछ एक्टिवटी की मदद से नकदी के एक हिस्से के बारे में पता चला है। ईडी ने कहा कि शराब घोटाले में मिले 100 करोड़ रुपये का इस्तेमाल AAP ने गोवा चुनाव में किया था। ये दावा ईडी ने इस मामले में अपनी दूसरी चार्जशीट में दावा किया है जिसमें दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया आरोपी हैं। क्या है केजरीवाल का लिंक?टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी ने स्पेशल कोर्ट में आरोपियों और उनके सहयोगियों द्वारा बड़े पैमाने पर सबूतों को नष्ट करने का भी आरोप लगाया है। इसमें कहा गया है कि सिसोदिया ने दर्जनों बार अपने फोन बदले और दूसरों के नाम से लिए गए सिम कार्ड का इस्तेमाल किया। ईडी ने कहा कि अपने रिकॉर्ड किए गए बयान में, दानिक्स अधिकारी अरविंद ने कहा कि उन्हें उनके बॉस सिसोदिया द्वारा केजरीवाल के आवास पर बुलाया गया था, जहां एक बैठक में उन्हें आबकारी नीति पर मंत्रियों की रिपोर्ट का एक मसौदा सौंपा गया था। उन्होंने बताया कि इस बैठक में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी मौजूद थे। जैन इस समय मनी लॉन्ड्रिंग के केस में जेल में हैं।