करोड़ों का खतरनाक न्यूक्लियर मटैरियल… बीजेपी ने पूछा आखिर टीएमसी नेता के पति के पास कहां से आया DRDO का डॉक्यूमेंट

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में TMC नेता अमृता एक्का के पति फ्रांसिस एक्का को गोपनीय DRDO दस्तावेजों और करोड़ों रुपये की रेडियोधर्मी सामग्री के साथ गिरफ्तार किया गया है। इस घटना के बाद शनिवार को बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर जमकर निशाना साधा। BJP प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने TMC पर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कामों में शामिल होने का आरोप लगाया। यह घटना नक्सलबाड़ी ब्लॉक के बेलगाछी गांव में हुई।BJP प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने TMC पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि TMC नेता के घर से करोड़ों रुपये की खतरनाक परमाणु सामग्री और गोपनीय DRDO दस्तावेज बरामद हुए हैं। फ्रांसिस एक्का, जिनके घर से ये दस्तावेज और सामग्री बरामद हुई, नक्सलबाड़ी पंचायत समिति में TMC नेता के पति हैं। पूनावाला ने सवाल उठाया कि इतने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा दस्तावेज और सामग्री एक TMC नेता के घर कैसे पहुंच गए? क्या यह उनके राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों का सबूत नहीं है? प्रशासन को कैसे पता नहीं चला? क्या यह मिलीभगत है या फिर लापरवाही और अक्षमता?’TMC का वोट बैंक की राजनीति के लिए…’पूनावाला ने आगे कहा कि TMC का वोट बैंक की राजनीति के लिए राष्ट्रीय हितों से समझौता करने का लंबा इतिहास रहा है। वे अपने निजी भ्रष्ट हितों के लिए राष्ट्रीय और राज्य हितों से समझौता करते हैं। उन्होंने इस मामले की पूरी जांच की मांग की। उन्होंने TMC पर रोहिंग्या घुसपैठियों और बम बनाने वालों को पनाह देने का भी आरोप लगाया। ‘…और अब राष्ट्रीय सुरक्षा से ही समझौता कर रहे’उन्होंने कहा, ‘हमने देखा है कि उन्होंने किस तरह भ्रष्टाचार किया है। हमने रोहिंग्या घुसपैठियों और बम बनाने वालों जैसे सभी तरह के तत्वों को संरक्षण और शरण देते देखा है, ताकि वे चुनावों में अच्छा प्रदर्शन कर सकें। और अब राष्ट्रीय सुरक्षा से ही समझौता कर रहे हैं। क्या TMC को जवाबदेह नहीं बनाया जाना चाहिए? क्या इस बात की पूरी जांच नहीं होनी चाहिए कि इस नेता को किस स्तर पर संरक्षण दिया जा रहा था?’ क्या है मामला? पश्चिम बंगाल पुलिस ने सेना के साथ संयुक्त छापेमारी में एक्का को गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने बताया, ‘हमें उनके पास कई गोपनीय DRDO दस्तावेज और बड़ी मात्रा में रेडियोधर्मी कैलिफोर्नियम मिला। आरोपी व्यक्ति कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाया कि ये सामग्री उसके पास क्यों थी।’ उन्होंने बताया कि जब्त की गई सामग्री के एक ग्राम की बाजार कीमत लगभग 17 करोड़ रुपये हो सकती है। अधिकारी ने कहा, ‘आरोपी पर संवेदनशील DRDO दस्तावेजों और रेडियोधर्मी सामग्री की तस्करी का आरोप लगाया गया है। उसके विदेशी संगठनों से संबंध हो सकते हैं। उससे पूछताछ की जा रही है।’