मध्य प्रदेश के दमोह जिले में गंगा जमुना स्कूल के प्रबंधन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। गंगा जमुना स्कूल के प्रबंधन पर आरोप है कि लड़कियों को हिजाब पहनने के लिए मजबूर किया गाय। इसकी के बाद यह मामला पूरा विवादों में है और इस पर राजनीति भी हो रही है। खबरों के मुताबिक, स्कूल प्रबंधन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 295 (किसी भी वर्ग के धर्म का अपमान करने के इरादे से पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाना या अपवित्र करना), 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा) और किशोर न्याय अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। इसे भी पढ़ें: Priyanka Gandhi 12 जून को मध्य प्रदेश के जबलपुर में रैली को संबोधित करेंगीसीएम ने जांच के दिए थे निर्देशमध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दमोह कांड में धर्मांतरण पर प्राथमिकी दर्ज की गई है और उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर एक निजी स्कूल का कथित पोस्टर वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर कुछ हिंदू लड़कियों को हिजाब पहने देखा जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कुछ स्थानों पर धर्म परिवर्तन हो रहा है। हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे। हमने जांच के आदेश दिए हैं, खासकर शैक्षणिक संस्थानों के लिए- अगर वहां गलत तरीके से शिक्षा दी जा रही है तो हम उसकी जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि दमोह कांड (हिजाब विवाद) को लेकर एक रिपोर्ट आ रही है। दो लड़कियों ने बयान दिए। यह एक गंभीर मामला है। हम प्राथमिकी दर्ज कर रहे हैं और सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।कठोर कार्यवाही करेंगेशिवराज ने कहा था कि दमोह के गंगा जमुना स्कूल से सामने आए मामले पर उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं, मध्यप्रदेश की धरती पर कोई भी किसी बेटी या बच्चे को हिजाब बांधने या अलग ड्रेस पहनने पर विवश नहीं कर सकता। इसके लिए हम कठोर से कठोर कार्यवाही करेंगे। इसे भी पढ़ें: Indore Crime News । एक ही फ्लैट को 10 लोगों को बेचा, फिर हुए मुंबई फरार, अब इंदौर क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तारक्या है मामलाहिंदू संगठनों ने दावा किया है कि मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक निजी स्कूल में हिंदू छात्राओं को जबरन हिजाब पहनाया जा रहा है, जिसके बाद इस स्कूल की यूनिफॉर्म को लेकर विवाद खड़ा हो गया। मामले पर संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार ने पूरे प्रकरण की जांच करने के आदेश दिए थे। अधिकारियों ने बताया था कि दमोह के गंगा जमुना हायर सेकेंडरी स्कूल के एक पोस्टर में हिंदू छात्राओं को हिजाब में दिखाये जाने के बाद यह जांच के आदेश दिए गये हैं।