CBI के जाल में फंसा रेलवे का भ्रष्ट इंस्पेक्टर, घूस लेते रंगे हाथों पकड़ा गया, देखिए वीडियो

सिवान : भ्रष्टाचारी कितना भी शातिर क्यों ना हो एक न एक दिन वह जरूर पकड़ा जाता है। सिवान में आरपीएफ के भ्रष्ट इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव को सीबीआई के एंटी करप्शन टीम (CBI Team) ने घूस लेते रंगे हाथों दबोच (RPF Inspector Arrest) लिया। दरअसल, विभाग को इंस्पेक्टर के खिलाफ लगातार रिश्वतखोरी की शिकायतें मिल रही थीं। जिसके बाद सीबीआई ने उसे रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया। जिसमें इंस्पेक्टर फंस गया। सीबीआई की टीम ने रेलवे के इंस्पेक्टर को कैसे पकड़ा इसका सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें स्पष्ट दिख रहा कि इंस्पेक्टर को सीबीआई की टीम ने रेस्टोरेंट में पकड़ लिया। इंस्पेक्टर अजय यादव ने वहां से खुद को छुड़ा कर भागने की कोशिश भी की, लेकिन वह कामयाब नहीं हो सका।

रेस्टोरेंट में हांडी मटन खाते ही सीबीआई ने दबोचा
शहर के छपरा रोड स्थित सत्यम इंटरनेशनल होटल में बुधवार को आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव एक मामले की डीलिंग के लिए पहुंचा था। वहां उसने 10 हजार रुपये की रिश्वत ली और जेब में रख लिया। इसके बाद आतिथ्य सत्कार के लिए आए हांडी मटन का स्वाद ले ही रहा था कि सादे लिबास में आसपास बैठे सीबीआई के अफसरों ने उसे पकड़ लिया। हालांकि कुछ देर के लिए रेस्टोरेंट में अफरा तफरी मच गई। लेकिन जल्द ही लोगों को सारी बातें समझ में आ गई। टीम ने अजय कुमार की जेब से चिन्हित किए गए 10 हजार रुपये बरामद कर लिए। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

कैसे फंसे आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार
सिवान रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव पर यह अक्सर आरोप लगते रहे हैं कि वे पद का दुरुपयोग कर जमकर रिश्वतखोरी कर रहे हैं। बताया जा रहा कि हाल के कुछ दिनों से अजय कुमार की नजर रेलवे का ऑनलाइन टिकट करने वाले साइबर कैफे संचालकों पर थी। जिनसे वह अवैध वसूली कर रहे थे। इसके अलावा रेलवे के केस में फंसाने और बचाने के नाम पर भी जमकर पैसे बना रहे थे।

सीबीआई ने ऐसे की कार्रवाईऐसा ही एक मामला जीबी नगर थाना क्षेत्र के सोनवर्षा निवासी पिंटू कुमार का था। पिंटू ने तत्काल टिकट बुक किया था। पचरुखी के एक साइबर कैफे से उसका प्रिंट आउट लिया था। इसी दौरान साइबर कैफे पर आरपीएफ का छापा पड़ गया। इसके बाद RPF इंस्पेक्टर पिंटू से केस में बचाने के लिए 10 हजार की रिश्वत मांगने लगे। इसकी शिकायत पिंटू कुमार ने सीबीआई को दी। जिसके आधार पर सीबीआई ने जाल बिछाया था।

रिपोर्ट- दीनबंधु सिंह, सिवान