गर्लफ्रेंड से बातचीत पड़ी भारी… दिल्ली पुलिस ने जाल बिछाकर कुछ ऐसे किया हाशिम बाबा गैंग के गुर्गे जुनैद को गिरफ्तार

नई दिल्लीः ज्योति नगर इलाके में 29 अगस्त की रात एक युवक पर कत्ल के इरादे से फायरिंग हुई। शूटआउट में गैंगस्टर के गुर्गे शामिल थे। कर्दमपुरी निवासी एक आरोपी जुनैद उर्फ जुन्नू (24) तीन महीने से फरार था। इस दौरान 8 नवंबर की रात पीड़ित के घर पर तीन नाबालिगों ने गोलियों की बौछार कर दी। जुन्नू के खिलाफ गवाही देने पर जान से हाथ धोने की धमकी दे गए। ये लड़के इससे पहले वेलकम में एक कारोबारी का मर्डर करके आए थे। क्राइम ब्रांच ने अब आरोपी जुनैद उर्फ जुन्नू को पकड़ा है।जुनैद कैसे जुड़ा हाशिम बाबा गैंग से डीसीपी (क्राइम) विक्रम सिंह ने बताया कि कर्दमपुरी के राहुल (22) का अपने रिश्तेदार गौरव से दो साल पहले पैसों को लेकर झगड़ा हुआ था। इसे सुलझा भी लिया गया था, लेकिन गौरव दुश्मनी पाले बैठा था। कर्मदपुरी में बूचर का काम करने वाले जुनैद उर्फ जुन्नू की पहचान बदमाश फुरकान से थी। लूट में शामिल रहे फुरकान का कनेक्शन हाशिम बाबा गैंग से था। गैंगस्टर्स के इंस्टाग्राम पेज और फुरकान के बैकग्राउंड से प्रभावित होकर जुनैद ने उससे दोस्ती कर ली। फुरकान के जरिए जुनैद गैंगस्टर बाबा के गुर्गे अनस से मिला। वह जून में करोल बाग रेस्टोरेंट फायरिंग, 14 जुलाई को जीटीबी अस्पताल मर्डर, 13 अगस्त को छेनू गैंग के छोटा रिजवान की हत्या में वॉन्टेड था। गौरव के पैसे निकलवाने के लिए फुरकान और जुनैद ने अनस को बुला लिया। तीनों ने 29 अगस्त रात राहुल के भाई अनिल को रोका। अनस ने फायरिंग कर दी। अनिल के पैर में गोली लगी, जिसने एक घर में घुसकर जान बचाई। गौरव और फुरकान अरेस्ट हो गए।चार केसों में वॉन्टेड चौहान बांगर के अनस को स्पेशल सेल ने 18 सितंबर को मुजफ्फरनगर में हुई मुठभेड़ के बाद पकड़ा। जुनैद फरार था। कर्मदपुरी के तीन नाबालिगों ने 8 नवंबर की रात वेलकम में कारोबारी का मर्डर किया। थोड़ी देर बाद राहुल के घर पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। जुनैद के खिलाफ गवाही देने पर जान से हाथ धोने की धमकी दी। ये बाद में पकड़े गए। इंस्पेक्टर सुनील कुंडु, एएसआई सतेंद्र, हेड कॉन्स्टेबल मोहित और सुधीर की टीम जुनैद की तलाश में जुटी।फरारी में मददगार बनी लड़कीपुलिस ने जुनैद उर्फ जुन्नू की कॉल डिटेल रिकॉर्ड खंगाला तो एक लड़की का नंबर मिला। पुलिस ने इसे सर्विलांस में रखा था। पता चला कि लड़की फुरकान की गर्लफ्रेंड है, जो गोकुलपुरी इलाके में रहती है। फरारी के दौरान जुन्नू की पैसे से मदद कर रही है। पुलिस की मेहनत रंग लाई और जुन्नू दो दिन पहले वेलकम मेट्रो स्टेशन के पास आया, तो दबोच लिया। पूछताछ में बताया कि वह सूरत भाग गया था। गैंग ने फोन यूज नहीं करने और लगातार लोकेशन बदलने के निर्देश दिए थे। गिरोह के निर्देश पर ही वह राजस्थान, गुजरात और हरियाणा में मंदिरों और मजार के करीब रहता था।