कांग्रेस का केंद्र पर बड़ा आरोप, पार्टी के खाते को IT ने किया फ्रीज, बिजली बिल, सैलरी के पैसे नहीं

नई दिल्ली: कांग्रेस ने दावा किया है कि उसके सारे बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं। कांग्रेस नेता अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ये आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो चुका है। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी के सारे अकाउंट्स फ्रीज कर दिए गए हैं। अजय माकन ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये केवल अकाउंट फ्रीज नहीं हुए बल्कि देश का लोकतंत्र भी फ्रीज हो गया है।’कांग्रेस पार्टी के अकाउंट्स फ्रीज’जानकारी के अनुसार, कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी के सारे खाते फ्रीज होने का दावा किया। उन्होंने कहा हिंदुस्तान में लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो चुका है। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी के सारे अकाउंट्स फ्रीज कर दिए गए हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अकाउंट पर तालाबंदी कर दी गई है। ये कांग्रेस पार्टी के अकाउंट्स फ्रीज नहीं हुए, हमारे देश का लोकतंत्र फ्रीज हो गया है।’चुनावों की घोषणा से दो हफ्ते पहले अकाउंट फ्रीज’ माकन ने बताया कि हमें परसों ये जानकारी मिली कि हमारे चेक को बैंक इश्यू नहीं कर रहे हैं। जब हमने बैंक से पूछा तो पता चला कि कांग्रेस पार्टी के सारे अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं। हैरानी की बात ये है कि जब दो हफ्ते चुनाव घोषणा के रह गए हों, ऐसे समय में हमारे अकाउंट फ्रीज करके ये सरकार क्या दिखाना चाहती है।क्यों फ्रीज हुए हैं कांग्रेस के अकाउंट?अजय माकन ने अकाउंट फ्रीज होने की वजह बताते हुए कहा, ‘हमारी पार्टी के अकाउंट फ्रीज होने की वजह हास्यास्पद है। कल शाम यूथ कांग्रेस के भी अकाउंट फ्रीज किए गए हैं। इमकम टैक्स विभाग ने कांग्रेस और यूथ कांग्रेस से 210 करोड़ रुपये की रिकवरी मांगी है। ये पैसा किसी बड़े कारोबारी के नहीं बल्कि हमने जो ऑनलाइन चंदा जुटाया है उसका है। देश के लोगों ने यूपीआई से हमें पैसा दिया है। वो पैसा इनकम टैक्स ने फ्रीज कर दिया है। सरकार पर लगाया बड़ा आरोपसरकार पर आरोप लगाते हुए माकन ने कहा, हमारे अकाउंट को फ्रीज किया गया है और दूसरी और बीजेपी चुनावी बॉन्ड का पैसा खर्च कर रही है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। क्या हमारे लोकतंत्र के अंदर केवल एक पार्टी रहेगी, बाकी सबसे अकाउंट फ्रीज हो जाएंगे, क्या बाकी पार्टी को रहने का अधिकार नहीं है।