Congress Tax Row: खातों से पैसा जब्त करने के लिए बैंकों पर दबाव बनाया गया, कांग्रेस का बड़ा आरोप

आयकर विभाग द्वारा एआईसीसी, भारतीय युवा कांग्रेस और एनएसयूआई खातों से 65.89 करोड़ रुपये काटे जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के बैंक खातों से पैसे चुरा रही है। राजनेता ने कहा कि जब कांग्रेस केंद्र में सत्तारूढ़ थी तो उसने कभी भी भाजपा के साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया। उन्होंने कहा कि वे (भाजपा) बैंकों से हमारा पैसा चुरा रहे हैं। हमने भी इस देश पर शासन किया है। यदि ऐसा कोई उदाहरण है तो भाजपा बता सकती है कि उन्हें कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार या कांग्रेस सरकार के दौरान इस प्रकार का अनुभव हुआ था।इसे भी पढ़ें: Lok Sabha Election: INDI गठबंधन में कब होगा सीटों का बंटवारा? केसी वेणुगोपाल ने दी बड़ी जानकारीकेसी वेणुगोपाल ने कहा कि बीजेपी ने एक राजनीतिक दल के तौर पर कभी कोई इनकम टैक्स नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि आयकर कटौती लोकतांत्रिक सिद्धांतों और मूल्यों पर हमला है। उन्होंने कहा कि वे भारत के विरोध की आवाज को बंद करने की कोशिश कर रहे हैं…यह स्पष्ट रूप से तानाशाही का उदाहरण है। केसी वेणुगोपाल ने कहा कि बीजेपी के उलट कांग्रेस को ये पैसा पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिला। बैंकों से मिली ताज़ा जानकारी के अनुसार, भाजपा सरकार ने बैंकों को हमारी जमा राशि से लगभग ₹65.89 करोड़ सरकार को हस्तांतरित करने के लिए मजबूर किया।इसे भी पढ़ें: बुधवार को राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल कर सकती हैं सोनिया गांधी, प्रियंका को रायबरेली से चुनाव लड़ाने की तैयारीउन्होंने कहा कि भाजपा के विपरीत, हमें यह पैसा पार्टी के सामान्य कार्यकर्ताओं से मिला…संसद चुनाव से ठीक पहले, प्रमुख विपक्षी दल का खाता भाजपा सरकार द्वारा हाईजैक कर लिया गया। माकन ने कहा कि राजनीतिक पार्टियां इनकम टैक्स से मुक्त होती हैं। क्योंकि पार्टी के पास जो पैसा आता है वह देश में लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए आता है, यह किसी भी प्रकार की आय नहीं है। क्या BJP ने कभी भी इनकम टैक्स दिया है? अगर कांग्रेस पार्टी से इनकम टैक्स लिया जा रहा है तो BJP से क्यों नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को 2018-19 में 142.83 करोड़ रुपये का चंदा मिला। इसमें से सिर्फ 14.49 लाख रुपये हमारे विधायकों और सांसदों की एक महीने की सैलरी से मिले थे। ये 14 लाख रुपये कैश में आने की वजह से हमारे ऊपर 210 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगा दी गई। उन्होंने कहा कि हमें 31 दिसंबर तक अपने खातों की जानकारी आयकर विभाग को देनी थी, लेकिन हमने 2 फरवरी 2019 को दी। ऐसे में सारे पैसे पर यह पेनल्टी लगाई गई। ऐसा आज तक कभी नहीं हुआ। अब 5 साल बाद सरकार और आयकर विभाग जागा है, जब चुनाव सिर पर हैं। ये कहां का न्याय है? ये कांग्रेस पार्टी को आर्थिक रूप से तोड़ने की कोशिश है ताकि हम लोग चुनाव न लड़ पाएं। अगर हमारे खाते फ्रीज हो जाएंगे तो हम चुनाव कैसे लड़ेंगे, प्रचार कैसे करेंगे?