राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शनिवार को कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव पास हैं इसलिए कांग्रेस पदाधिकारियों को धरातल पर जाकर लोगों से बात करनी चाहिए।
यहां राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से मुलाकात के बाद पायलट ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) को भी सुझाव दिए हैं जिन पर अमल किया जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि एआईसीसी ने हाल ही में तीन सचिवों अमृता धवन, वीरेंद्र सिंह राठौड़ व काजी मुहम्मद निजामुद्दीन को राजस्थान में पार्टी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के साथ बतौर सह प्रभारी संबद्ध किया है।
पायलट ने कहा, ‘‘समय-समय पर संगठन में बदलाव होते रहते हैं। (विधानसभा) चुनाव सर पर हैं, छह महीने दूर हैं इसलिए लोगों को जिम्मेदारियां दी गई हैं। मुझे लगता है कि इसका अच्छा संकेत जाएगा। लेकिन मैं चाहता हूं कि सब लोग जो एआईसीसी के प्रतिनिधि हैं और जो संगठन का काम संभाल रहे हैं वे धरातल पर जाएं, लोगों से बात करें, कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझें।’’
पायलट ने कहा, ‘‘मैंने भी सुझाव दिए हैं एआईसीसी में, मुझे लगता है कि उन पर अमल करना चाहिए।’’
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दिल्ली में धरने पर बैठे पहलवानों पर पायलट ने कहा कि यह हम सबके लिए शर्मिंदगी और दुर्भाग्य की बात है कि जिन खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया, पदक दिलाए, आज वे धरने पर बैठे हैं और (केंद्र) सरकार उनकी मदद के लिए आगे नहीं आ रही है।
पायलट ने यह भी कहा कि आज राजनीति में जिस का उपयोग हो रहा है वह निंदनीय है। पायलट ने कहा, ‘‘नेताओं के खिलाफ जिस तरह की का इस्तेमाल किया जा रहा है वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। चुनाव अपनी जगह है लेकिन मर्यादाओं को लांघकर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना… राजनीति में बहुत ही नकारात्मक उदाहरण दिया जा रहा है। कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं, कद्दावर नेता सोनिया गांधी के प्रति इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल बहुत ही निंदनीय है।’’
पायलट यहां जोशी से उनके निवास पर मिले। मुलाकात के एजेंडे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने मीडिया से कहा, “हमारी बैठक अनौपचारिक थी।