कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराये जाने और केंद्र सरकार की कथित “प्रतिशोध की राजनीति” के खिलाफ कांग्रेस की प्रदेश इकाइयों के नेताओं ने बुधवार को “मौन सत्याग्रह” किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रतीकात्मक रूप से यह बताने के लिए अपने मुंह पर काली पट्टी बांध रखी था कि देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खतरे में है और केंद्र सरकार के खिलाफ बोलने वाले किसी भी व्यक्ति को कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ सकता है।विरोध प्रदर्शन की इसी कड़ी में श्रीनगर में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास ‘मौन सत्याग्रह’ किया। इस दौरान प्रभासाक्षी से खास बातचीत में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता तारिक हामिद कारा ने कहा कि राहुल गांधी केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के सबसे मजबूत और मुखर प्रतिद्वंद्वी हैं। उन्होंने कहा, “बेहद सफल भारत जोड़ो यात्रा के बाद, राहुल गांधी ने लोकसभा में एक ऐतिहासिक भाषण दिया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडानी समूह के बीच संबंधों का खुलासा किया गया।” उन्होंने आरोप लगाया कि इसके परिणामस्वरूप, भाजपा ने उन्हें संसद से अयोग्य ठहराने के लिए “अपनी गंदी चालें चलीं”।इसे भी पढ़ें: परिवारवाद के आरोपों पर भड़कते हुए उमर अब्दुल्ला बोले- अपने बेटे-बेटियों को समायोजित करने वाले BJP नेता जरा गिरेबां में झांकेंहम आपको यह भी बता दें कि कांग्रेस ने कुछ दिन पहले कहा था कि ‘‘मोदी उपनाम’’ वाली टिप्पणी से जुड़े 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में अपनी दोषसिद्धि पर रोक लगाने के अनुरोध वाली राहुल गांधी की याचिका गुजरात उच्च न्यायालय द्वारा खारिज किए जाने और सजा पर रोक लगाने से इंकार करने के बाद पार्टी उच्चतम न्यायालय का रुख करेगी।