कांग्रेस महाधिवेशन: मोदी सरकार पर बरसीं सोनिया गांधी, कहा- संवैधानिक संस्थाओं पर BJP-RSS का है कब्जा

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित कांग्रेस महाधिवेशन का आज दूसरा दिन है। अधिवेशन को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संबोधित किया। अधिवेशन को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा, “जो कुछ भी मैंने कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए और यूपीए सरकार के दौरान किया उसके बारे अधिवेशन में आज जो कुछ भी कहा गया, उसके लिए मैं आभार व्यक्त करना चाहती हूं।” सोनिया गांधी ने कहा, “मैं मल्लिकार्जुन खड़गे जी को पार्टी अध्यक्ष बनने पर मेरी ओर से एक बार फिर ढेरी सारी शुभकामनाएं। ब्लॉक अध्यक्ष से लेकर अभी तक का जो खड़गे जी का तजुर्बा है, मौजूदा चुनौतीपूर्ण समय में वह कांग्रेस के लिए एक पूंजी है जो बेहद काम आएगा। कांग्रेस में ग्रासरूट लेवल से एक बड़े पद तक का खड़गे जी का सफर हमारे लिए गर्व की बात है। यह भारत के विचार को दर्शाता है।”उन्होंने कहा, “मुझे साल 1998 में पहली बार कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करने का सम्मान मिला था। 25 वर्षों में हमारी पार्टी ने बड़ी उपलब्धियों के साथ-साथ गहरी निराशा का भी समय देखा है। देशभर में सभी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के समर्थन, सद्भावना और समझ ने हमें ताकत दी है।”सोनिया गांधी ने कहा, “साल 2004 और 2009 में हमारी जीत के साथ-साथ डॉ. मनमोहन सिंह जी के सक्षम नेतृत्व ने मुझे व्यक्तिगत संतुष्टि दी। लेकिन मुझे सबसे बड़ी खुशी इस बात की है कि भारत जोड़ो यात्रा की सफल समाप्ति हुई। पदयात्रा एक टर्निंग पॉइंट के रूप रही है। इसने साबित किया कि देश के लोग सद्भाव, सहिष्णुता और समानता चाहते हैं। पदयात्रा ने दिखा दिया कि कांग्रेस जनता के साथ खड़ी है और उनके लिए लड़ने को तैयार है। मैं यात्रा के लिए कड़ी मेहनत करने वाले सभी पार्टी कार्यकर्ताओं, सहयोगियों को बधाई देती हूं। मैं विशेष रूप से राहुल जी को धन्यवाद देती हूं, जिनके दृढ़ संकल्प और नेतृत्व ने यात्रा को सफलता बनाने में अहम भूमिका निभाई।”कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा, “यह कांग्रेस और पूरे देश के लिए विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण समय है। प्रधानमंत्री मोदी, बीजेपी और आरएसएस की सत्ता ने सभी संस्थाओं पर कब्जा जमा लिया है। यह बेरहमी से विपक्ष की आवजा को खामोश कर रहे हैं। सरकार कुछ खास व्यापारियों का फेवर कर अर्थव्यवस्ता को रौंदने का कारण भी बन रही है। इसके साथ ही वह देश में लोगों के बीच घृणा और नफरत फैला रही है। वह अल्पसंख्यों को निशाना बना रही है। महिलाओं, दलितों और अदिवासियों के साथ भेदभाव कर रही है। इसने गांधी जी का मजाक उड़ाया है। अपनी बातों और कार्यों के जरिए हमारे संविधानिक मूल्यों का अपमान किया है।”सोनिया गांधी ने कहा, “कई तरह से आज की स्थिति मुझे उस समय की याद दिलाती है जब मैंने पहली बार राजनीति में प्रवेश किया था, जबकि अब हमें कठिन समय का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी और अपने देश के प्रति हम सभी की विशेष जिम्मेदारी है। कांग्रेस सिर्फ राजनीतिक दल नहीं है। हम वह वाहन हैं, जिसके माध्यम से भारत के लोग स्वतंत्रता और समता और न्याय के लिए लड़ते हैं। इसलिए आगे का रास्ता आसान नहीं है, लेकिन मेरा अनुभव और समृद्ध इतिहास मुझे बताता है कि जीत हमारी ही होगी।”