पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार () अब अपने पुराने तेवर में लौटने लगे हैं। एक समय था जब एनडीए की सरकार थी तो न भाजपा और न ही अन्य दलों के मंत्रियों की हिम्मत होती थी कि कुछ भी उलुल-जुलूल बोल जाएं। ऐसा एक बार भी नहीं हुआ कि उपलब्धियां या राज्य सरकार का कोई नया फैसला खुद से जारी कर दें। नई नीतियां और नए योजनाओं के बारे में कोई मंत्री खुलासा नहीं करता था। मगर महागठबंधन में सहयोगी आरजेडी के मंत्री कई बड़बोले बयान हाल के दिनों में दिए थे। पुराने रंग में दिखे सीएम नीतीशएनडीए के समय में विभागीय मंत्री नई घोषणाओं को अपनी जुबान नहीं दे पाते थे। उसके लिए एक परफेक्ट समय होता था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर इशारा करते हुए मंत्री इतना जरूर कहते थे कि माननीय सीएम कोई तोहफा देने जा रहे हैं। विकास की कड़ी में एक और योजना का उल्लेख करेंगे। परंतु महागठबंधन में इस तरह के विवेक का प्रायः अभाव दिख रहा है। उपमुख्यमंत्री अब मुख्यमंत्री को घंटा भर से ज्यादा इंतजार करवा रहे हैं। मंत्री अपने विभाग की घोषणा खुद कर दे रहे हैं। मगर अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सचेत हो गए हैं। बुधवार को वो पुराने रंग में आकर नए तेवर दिखाते जमकर क्लास ले लिया।सीएम ने लगाई शिक्षा मंत्री की क्लासमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को चलते सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह की क्लास लगा दी। ये वाक्या तब हुआ, जब विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर सीएम अपनी बात रख रहे थे। इसी दौरान शिक्षा मंत्री की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये कैबिनेट की बात को भी उजागर कर दे रहे हैं। अखबार में देखे कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के हवाले से खबर छपी थी। शिक्षा मंत्री जी कैबिनेट में भेजे जाने की बात सार्वजनिक नहीं की जाती है। कैबिनेट में जो कुछ होता है, उसके बारे में बाहर नहीं कहा जाता है। कैबिनेट में जब पास हो जाता है, तब ऐलान होता है। संविधान में प्रावधान है। लेकिन अखबार में छपने लगा कि कैबिनेट में प्रस्ताव भेज दिया गया है।दरअसल, अखबारबाजी के कारण शिक्षा मंत्री के इस ऐलान के बाद अगली कैबिनेट में शिक्षक नियोजन नियमावली पर मुहर नहीं लगी। तब राजनीतिक गलियारों में यह कहा जाने लगा था कि शिक्षा मंत्री से सीएम नाराज हैं। इसी को लेकर सदन में शिक्षा मंत्री की नीतीश ने क्लास लगा डाली। हालांकि यह कोई पहला मौका नहीं था जब सीएम नाराज हुए। रामचरितमानस प्रकरण पर भी सीएम असहज हैं।इसराइल मंसूरी की भी लगाई थी क्लासबिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने मंत्री इसराइल मंसूरी का मामला उठाया। तब नीतीश कुमार ने खुद संज्ञान लिया और अपने चैंबर में इसराइल मंसूरी को जमकर फटकार लगाई। हालांकि मंत्री ने कहा कि विपक्ष जानबूझ कर मुझे फंसाना चाह रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने तकिया कलाम कि ‘वो न तो किसी को फंसाते हैं और न बचाते हैं’ कि रक्षा का ध्यान में रख कर मंत्री की क्लास लगा डाली। मामला भी काफी संगीन था। मुजफ्फरपुर के कांटी थर्मल पावर स्टेशन के गेट के पास उस राहुल कुमार की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी जो छाई के अवैध खनन के विरोध में वहां धरना दे रहा था।