गोरखपुर/लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष (Akhilesh Yadav) ने बजट सत्र में संबोधन करते हुए उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने संबोधन की शुरुआत में ही सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर हमला बोला। अखिलेश ने एक दिन पहले ही पेश हुए बजट में गोरखपुर में एक नाले से जुड़े प्रॉजेक्ट को धन आवंटित किए जाने पर तंज कस दिया। अखिलेश यादव ने कहा, ‘मैंने यह बजट देखा तो बहुत दुख हुआ। जब हम पहली बार सदन में मिले थे तो मैंने कहा था आपसे कि गोरखपुर का कुछ काम कर लेना। नहीं तो 5 साल चले जाएंगे और गोरखपुर वैसे का वैसा ही रह जाएगा। जब मैंने नाले का बजट देखा तो दुख हुआ। बताओ नेता सदन अभी तक अपने शहर में नाला नहीं बना पाए।’ अखिलेश ने आगे कहा, ‘अरे गोरखपुर में कम से कम एक स्टेडियम ही बना देते। आप यहां के स्टेडियम में हाथ हिलाते हुए तो चले जाते हैं। वहां भी इंटरनैशनल लेवल का स्टेडियम बनवा देते। गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया के बच्चे स्विमिंग पूल का इंतजार कर रहे हैं। वहां पर इटावा और सैफई के लोग नहीं तैरने जाते हैं। आसपास के लोग ही जाते। मेरा परिवार नहीं जाता है तैरने के लिए। ढंग का पूल बनवा दिए होते।’ नाले का कौन सा प्रॉजेक्ट? दरअसल, गोरखपुर में गोड़धोइया नाला जीर्णोद्धार प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण के वास्ते 650.10 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। सीएम योगी के ड्रीम प्रॉजेक्टस में शामिल गोड़धोइया नाला परियोजना 474.42 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार होगी। इस नाले के जीर्णोद्धार से महानगर के कई कॉलोनियों को जलभराव से मुक्ति मिलेगी। प्रॉजेक्ट से गोड़धोइया नाला ना केवल अतिक्रमण मुक्त होगा बल्कि इससे 2.20 लाख की आबादी सीवरेज और जलभराव की समस्या से निजात पाएगी। इसके अंतर्गत कुल 17 वार्डों बिछिया जंगल तुलसीराम पश्चिमी, शिवपुर शहबाजगंज, रेलवे बिछिया कॉलोनी, शाहपुर, भेड़ियागढ़, घोसीपुरवा, सेमरा, बशारतपुर, मानबेला, राप्तीनगर, लोहिया नगर, जंगल नकहा, राम जानकी नगर, शक्तिनगर, जंगल शालिग्राम, बिछिया जंगल तुलसीराम पूर्वी एवं चक्सा हुसैन से जनित सीवेज जो नाले में बहते हैं, उन्हें प्रस्तावित 38 एमएलडी एसटीपी पर शोधित कर रामगढ़ताल में प्रवाहित किया जाएगा।नाला अतिक्रमण मुक्त होने से इसके केचमेंट एरिया (अधिग्रहण क्षेत्र) में आने वाली विभिन्न कालोनियों में जलभराव की समस्या का भी निदान हो जाएगा। इस परियोजना में गोड़धोइया नाले के दोनों तरफ सौंदर्यीकरण तथा रोड लैंडस्कैपिंग का कार्य भी कराया जाएगा। इससे आसपास के क्षेत्र के लोगों को घूमने-टहलने, रोजगार पर्यटन आदि का भी लाभ मिलेगा।