गृहयुद्ध जैसे हालात, कंगाली.. पाक को एक और बड़ा झटका, बोरिया बिस्‍तर समेटेंगी विदेशी एयरलाइंस!

इस्‍लामाबाद: पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ दावा कर रहे हैं कि उनका देश डिफॉल्‍ट होने से बच गया है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है। वैश्विक एयरलाइंस उद्योग ने चेतावनी दी है कि पाकिस्‍तान में अब अपनी उड़ान को संचालित करना ‘बहुत चुनौतीपूर्ण’ हो गया है। उन्‍होंने बताया कि पाकिस्‍तान की कंगाली की वजह से वे अपने डॉलर को यहां से निकाल नहीं पा रही हैं। इससे विदेश फ्लाइट कंपनियों को पाकिस्‍तान के अंदर ऑपरेट करना बहुत मुश्किल होता जा रहा है। फाइनेंशियल टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तान इस समय गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है जो लगातार बढ़ता जा रहा है। पाकिस्‍तान में विदेशी मुद्रा का भंडार बहुत कम हो गया है और यह करीब 4 अरब डॉलर के आसपास है। यही नहीं पाकिस्‍तान में मंहगाई अपने चरम पर पहुंच गई है। पाकिस्‍तानी कंपनियां विदेशों से आयात करने में काफी मुश्किलों का सामना कर रही हैं। विश्‍लेषकों ने चेतावनी दी है कि पाकिस्‍तान के डिफॉल्‍ट होने का खतरा काफी बढ़ गया है। नाइजीरिया के बाद पाकिस्‍तान बना दूसरा देश रिपोर्ट में कहा गया है कि विदेश एयरलाइंस पाकिस्‍तान में टिकट का दाम स्‍थानीय मुद्रा रुपये में लेती हैं लेकिन उन्‍हें तेल और अन्‍य खर्च के लिए डॉलर बाहर भेजना होता है। द इंटरनैशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने कहा कि विदेशी कंपनियों का देश में 29 करोड़ डॉलर फंड जनवरी तक फंसा हुआ है। यह लगातार बढ़ रहा है। नाइजीरिया के बाद पाकिस्‍तान ऐसा दूसरा देश है जहां वैश्विक एयरलाइंस का सबसे ज्‍यादा विदेशी फंड फंसा हुआ है। पिछले महीने वर्जिन अटलांटिक ने ऐलान किया था कि वह पाकिस्‍तान में अपनी सेवाओं को बंद कर रही है। वर्जिन को भी अपने डॉलर निकालने में दिक्‍कत हो रही थी। अब यह भी चेतावनी दी जा रही है कि पाकिस्‍तान से विदेशी एयरलाइन की उड़ान में फायदा अब कम होता जा रहा है। ऐसे में एयरलाइन किसी और देश में अपनी उड़ान को बढ़ा सकती हैं। पाकिस्‍तान के पास अभी करीब 4 अरब डॉलर ही विदेशी मुद्रा भंडार है जो करीब महीने के आयात के लिए ही पर्याप्‍त हैं। पाकिस्‍तान आईएमएफ से कर्ज की भीख मांग रहा है लेकिन शर्ते पूरी नहीं करने के कारण वैश्विक एजेंसी उसे लोन नहीं दे रही है। पाकिस्‍तान के ऊपर सबसे ज्‍यादा कर्ज चीन का है जो लगातार बढ़ता जा रहा है।