नेपाल के रास्ते लखीमपुर में घुसा चीन का ‘जासूस’ गिरफ्तार, लखनऊ लाया जा रहा

बरेली: उत्तर प्रदेश की एक अदालत ने भारत के खिलाफ जासूसी करने के आरोपी 26 साल के चीनी नागरिक वांग गौजुन की पुलिस हिरासत रिमांड (पीसीआर) को चार और दिनों के लिए बढ़ा दिया है। इससे पहले आरोपी की पांच दिन की पुलिस रिमांड मंजूर की गई थी। पुलिस गौजुन से पूछताछ कर रही है। लखीमपुर खीरी में रिमांड पर रखे गए में मौजूद गौजुन को आगे की जांच के लिए लखनऊ ले जाया जाएगा। आरोप है कि चीनी नागरिक बिना वैध वीजा के भारत में प्रवेश किया था। इसके बाद उस पर जासूसी की आशंका जताई गई थी और प्रारंभिक जांच के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। स्थानीय पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि केंद्रीय और राज्य की कई एजेंसियां मामले पर काम कर रही हैं। लखीमपुर खीरी की अदालत ने पहले उसकी पांच दिनों की रिमांड मंजूर की थी, जो शुक्रवार दोपहर को समाप्त हो गई। अंतरिम रूप से पुलिस उसे दिल्ली ले गई, जहां उसने दो दिन बिताए। आरोपी ने यहां राष्ट्रीय राजधानी में देखी गई जगहों की जानकारी पुलिस को दी। जांच टीम ने दिल्ली में घूम रहे गौजुन के सीसीटीवी फुटेज भी बरामद किए हैं।जांच में शामिल पुलिस अब गोजुन के मोबाइल और कैमरे जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अनलॉक करने की कोशिश में लगी है ताकि फोटो ऐप जैसे मोबाइल ऐप्लीकेशन के बारे में जानकारी हासिल कर सके। चीनी नागरिक पर आईपीसी की धारा 121 (भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ना) और 121-ए (आईपीसी की धारा 121 के तहत दंडनीय अपराध करने की साजिश) के साथ-साथ पासपोर्ट अधिनियम की धारा 3 और 12, विदेशियों की धारा 14 के तहत मामला दर्ज किया गया है। बताया गया कि गौजुन पहले चीन से थाईलैंड गया था और फिर वहां से नेपाल पहुंचा। नेपाल से उसने 14 फरवरी को दिल्ली पहुंचने के लिए एक बस ली। इस दौरान उसने कई जगहों का दौरा किया, जिसमें कुछ महत्वपूर्ण जगहें भी शामिल थीं। गौजुन को 17 फरवरी को लखीमपुर खीरी में गौरीफंटा-नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल ने नेपाल वापस जाते समय गिरफ्तार किया था।