अभय सिंह, लखनऊ: आस्था का महापर्व यानी छठ पूजा त्योहार की शुरुआत 17 नवंबर को नहाए खाये के साथ हो चुकी है। चार दिवसीय इस छठ पर्व को लेकर मान्यता है कि जो लोग छठ माता का व्रत रखते हैं और छठ के नियमों का पालन करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं छठ माता पूरी करती हैं। वहीं, लोक आस्था के महापर्व को लेकर राजधानी लखनऊ में रहने वाले पूर्वांचलवासियों में खूब उत्साह देखने को मिल रहा है। महिलाओं की मानें तो छठी मईया का व्रत सभी व्रतों में से कठिन एक व्रत है। इस पर्व पर सूर्य देवता और उनकी बहन छठी मैया की पूजा होती है। छठ की पूजा में खासकर महिलाएं बिना कुछ खाए-पीये 36 घंटे का व्रत रखती हैं। प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने के बाद से लगातार इस पर्व पर लखनऊ में भव्य आयोजन होता आ रहा है। अगले साल चुनावी साल होने के चलते इस बार भी छठ पूजा पर लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में विशेष इंतजाम किए गए है। सीएम योगी ने इस पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए आवश्यक निर्देश भी दे दिए हैं। सीएम योगी खुद 19 नवंबर को इस कार्यक्रम का उद्घाटन करने के लिए लक्ष्मण मेला मैदान पहुंचेंगे।खरना वाले दिन महिलाएं पूरे दिन रखती हैं व्रत17 नवंबर को नहाय खाय के बाद 18 नवंबर को खरना के साथ ही सूर्य की उपासना और निर्जला उपवास के साथ ही की शुरुआत हो गई है। इसको लेकर लखनऊ की सोनिया कश्यप ने बताया कि व्रतों में यह सबसे कठिन व्रत माना गया है। इसमें निर्जला व्रत रहना पड़ता है। खरना में गुड़ की खीर बनाई जाती है। खीर को चंद्रोदय होने के बाद प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं। खरना को लोहंडा भी कहा जाता है और खरना वाले दिन महिलाएं पूरे दिन व्रत रखती हैं, जो मन की शुद्धता के लिए किया जाता है। सोनिया ने बताया कि 19 नवंबर की शाम को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगे। वेदी पर पूजा करेंगे, फिर 20 नवंबर की सुबह सूर्योदय की पूजा होगी। सूर्योदय होते हुए अर्घ्य देंगे। बिहार, झारखंड और यूपी में भी मनाया जाता है छठ का महापर्वबताते चले कि छठ पूजा हर साल कार्तिक महीने में शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से शुरू होती है। दिवाली खत्म होते ही इस त्योहार की तैयारियां भी शुरू हो जाती हैं। छठ पर्व को बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में विशेष रूप से मनाया जाता है। इसी क्रम में राजधानी लखनऊ में छठ पूजा को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं। राजधानी के लक्ष्मण मेला मैदान में इस पर्व का आयोजन बड़े ही धूमधाम और भव्य तरीके से हर बार की तरह इस बार भी किया जा रहा है। वहीं, अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने बताया कि 19 नवम्बर को सीएम योगी इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान यूपी सरकार के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक समेत तमाम मंत्री भी मौजूद रहेंगे। छठ को लेकर सीएम योगी स्वयं सतर्क रहते हैं- प्रभुनाथ रायप्रभुनाथ राय ने बताया कि पहले जहां मिट्टी थी, वहां पर अब इंटरलॉकिंग की व्यवस्था करा दी गई है। टाइल्स लगाए गए हैं, पानी की सफाई भी की गई है। उन्होंने बताया कि तीन पार्किंग की व्यवस्था है, रास्ते को वनवे कर दिया गया है। प्रभुनाथ ने बताया कि छठ पूजा को लेकर सीएम योगी स्वयं सतर्क रहते हैं। उन्होंने बैठक करके जिम्मेदार अधिकारियों को सख्त निर्देश दे दिए हैं कि किसी तरह की कोई कोताही न हो, भव्य और दिव्य छठ पूजा को मनाया जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सीएम योगी जब से मुख्यमंत्री बने हैं, तब से लगातार इस घाट पर छठ के मौके पर उपस्थित होते हैं। छठ पूजा प्रदेशभर में भव्य तरह से मनाई जा रही है।