नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज कार्यक्रम में चंद्रयान-3 की सफलता का जिक्र किया। ने दिल्ली में होने वाली जी-20 की बैठक की भी बात की। उन्होंने चीन में हुए यूनिवर्सिटी गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों से बातचीत की। पीएम मोदी ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान को चन्द्रमा पर पहुंचे, तीन दिन से ज्यादा का समय हो रहा है। ये सफलता इतनी बड़ी है कि इसकी जितनी चर्चा की जाए, वो कम है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सावन यानि महाशिव का महीना, उत्सव और उल्लास का महीना है। चंद्रयान की सफलता ने उत्सव के इस माहौल को कई गुना बढ़ा दिया है। पीएम ने कहा कि मेरे परिवारजन, 23 अगस्त को भारत ने और भारत के चंद्रयान ने ये साबित कर दिया है कि संकल्प के कुछ सूरज चाँद पर भी उगते हैं। पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 की सफलता पर एक कविता भी पढ़ी।आसमान में सिर उठाकरघने बादलों को चीरकररोशनी का संकल्प लेअभी तो सूरज उगा है।दृढ़ निश्चय के साथ चलकरहर मुश्किल को पार करघोर अंधेरे को मिटानेअभी तो सूरज उगा है।आसमान में सिर उठाकरघने बादलों को चीरकरअभी तो सूरज उगा है।अंतरिक्ष को चुनौती दे रही बेटियांपीएम मोदी ने कहा कि भारत का मिशन चंद्रयान, नारीशक्ति का भी जीवंत उदाहरण है। इस पूरे मिशन में अनेकों महिला साइंटिस्ट और इंजीनियर्स सीधे तौर पर जुड़ी रही हैं। पीएम ने कहा कि भारत की बेटियां अब अनंत समझे जाने वाले अंतरिक्ष को भी चुनौती दे रही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि किसी देश की बेटियां जब इतनी आकांक्षी हो जाएं, तो उसे, उस देश को, विकसित बनने से भला कौन रोक सकता है! जी-20 का किया जिक्रपीएम मोदी ने अपने संबोधन में दिल्ली में अगले महीने होने वाली जी-20 बैठक का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि साथियो, पिछले साल, बाली में भारत को G-20 की अध्यक्षता मिलने के बाद से अब तक इतना कुछ हुआ है, जो हमें गर्व से भर देता है | दिल्ली में बड़े-बड़े कार्यक्रमों की परंपरा से हटकर, हम इसे देश के अलग-अलग शहरों में ले गए। पीएम ने कहा G-20 की हमारी अध्यक्षता, जनता की अध्यक्षता है, जिसमें जनभागीदारी की भावना सबसे आगे है। पीएम मोदी ने कहा कि G-20 डेलीगेट्स जहां भी गए, वहां लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। ये डेलीगेट्स हमारे देश की विविधता देखकर, हमारी वायब्रेट डेमोक्रेसी देखकर, बहुत ही प्रभावित हुए। उन्हें ये भी एहसास हुआ कि भारत में कितनी सारी संभावनाएं हैं।अब तक सबसे बेहतरीन प्रदर्शनपीएम मोदी ने हाल ही में चीन में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों पहले चीन में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए थे। इन खेलों में इस बार भारत का अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन रहा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे खिलाड़ियों ने कुल 26 पदक जीते, जिनमें से 11 गोल्ड मेडल थे। पीएम ने कहा कि 1959 से लेकर अब तक जितने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए हैं, उनमें भारत ने 18 मेडल जीते थे। जबकि इस बार हमारे खिलाड़ियों ने 26 मेडल जीत लिए।विश्व संस्कृत दिवस पर बधाईपीएम ने कहा कि मुझे इस बार मुझे कई पत्र संस्कृत भाषा में मिले हैं। इसकी वजह यह है कि सावन मास की पूर्णिमा, इस तिथि को विश्व संस्कृत दिवस मनाया जाता है। पीएम ने इस मौके एक श्लोक भी पढ़ा।सर्वेभ्य: विश्व-संस्कृत-दिवसस्य हार्द्य: शुभकामना:आप सभी को विश्व संस्कृत दिवस की बहुत-बहुत बधाईपीएम मोदी ने कहा कि हम सब जानते हैं कि संस्कृत दुनिया की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक है। इसे कई आधुनिक भाषाओं की जननी भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि संस्कृत अपनी प्राचीनता के साथ-साथ अपनी वैज्ञानिकता और व्याकरण के लिए भी जानी जाती है।