चंडीगढ़ की विशेष सीबीआई अदालत ने रिश्वतखोरी मामले में पंजाब पुलिस के डीएसपी अमरोज सिंह को जमानत दे दी है। अमरोज सिंह के वकील एएस सुखीजा ने सीबीआई अदालत के सामने दलील दी कि आरोपी 28 दिसंबर, 2022 से हिरासत में है। जांच पूरी हो चुकी है। मुकदमे की सुनवाई पूरी करने में काफी समय लगेगा। सह आरोपी पहले से जमानत पर हैं। आरोपी के खिलाफ साजिश के आरोप हैं, सुनवाई के दौरान इस पर बहस होगी। जबकि आरोपी का किसी भी सह-आरोपी से कोई संबंध नहीं है, और शिकायतकर्ता या अन्य के साथ कभी भी टेलीफोन पर कोई बातचीत नहीं हुई। जब आरोपी को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 160 के तहत नोटिस जारी किया गया था तब उसने भी सहयोग किया था। ऐसे में आरोपी जमानत पाने का हकदार है।50 लाख रुपये की रिश्वत मामले में हुई थी गिरफ्तारीसीबीआई ने दो महीने पहले पंजाब पुलिस के DSP अमरोज सिंह और उनके रीडर और 2 अन्य आरोपियों को 50 लाख रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी दो साल पुराने रिश्वत मामले में की गई थी। अमरोज सिंह पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस विभाग में कार्यरत थे। सीबीआई ने उनके घर और हरियाणा में आरोपियों के घरों में भी रेड की थी।मामले में अंबाला की M/s फेंटेसी गेमिंग टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के मोहित शर्मा ने सीबीआई को रिश्वत की शिकायत दी थी। सीबीआई ने मामले में जींद के अनिल मोर, कैथल के दिलबाग सिंह और रविंदर सिंह को पकड़ा था। अनिल और दिलबाग को अप्रैल और रविंदर को अक्टूबर में गिरफ्तार किया गया था। तय समय पर चार्जशीट दायर न होने पर तीनों जमानत पर हैं। इनमें से दो आरोपियों को सीबीआई ने पहले ट्रैप लगा 10 लाख रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। इस मामले में डीएसपी अमरोज सिंह और उनके रीडर का रोल भी सामने आया था। मार्च 2021 में अमरोज सिंह के रीडर की शिकायतकर्ता को कॉल आई थी। इसमें उन्हें बताया गया कि उनके खिलाफ किसी प्रदीप सिंह की शिकायत आई है। मामले को निपटाने के नाम पर पैसों की डिमांड की गई थी। मामला प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ा हुआ है। शिकायत क्या की गई थी? मोहित ने शिकायत दी थी कि आरोपियों ने उनसे 50 लाख रुपए और बिजनेस में 33 फिसदी की हिस्सेदारी की मांग की थी। उस दौरान अमरोज सिंह जीरकपुर में तैनात थे। किसी मामले में शिकायतकर्ता के बैंक अकाउंट भी फ्रिज कर दिया गया था। अनिल मोर शिकायतकर्ता की मदद के नाम पर पुलिस के नाम से रिश्वत की मांग कर रहा था। शिकायतकर्ता आरोपियों को लगभग 12.50 लाख रुपए दे चुके थे।