शिवपूजन सिंह, प्रयागराज: प्रयागराज में बहुचर्चित माफिया अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड के तीनों शूटरों के खिलाफ गुरुवार को चार्जशीट दाखिल हो गयी। 14 जुलाई शुक्रवार को तीनों अभियुक्तों की न्याययिक अभिरक्षा को 90 दिन पूरे होने वाले थे। 14 जुलाई से पहले चार्जशीट न्यायालय में दाखिल करना जरूरी था। जिसको देखते हुए सीजेएम कोर्ट में एसआईटी ने 2000 पेज की केस डायरी और 56 पेज का आरोप पत्र दाखिल किया है।कोर्ट में 14 जुलाई को तीनों आरोपियों की पेशी की डेट लगी है। सबसे चौकाने वाली बात यह है कि अतीक अशरफ हत्याकांड मामले में अतीक व असरफ और आरोपी तीनों शूटर्स की तरफ से कोई वकील कोर्ट में कोई भी वकील पेश नहीं हुआ। डीजीसी क्राइम गुलाबचंद अग्रहरि ने बताया कि सीजेएम कोर्ट में अतीक अहमद और खालीद अजीम उर्फ अशरफ हत्याकांड मामले में शाहगंज थाने में दर्ज मुकदमा के हत्यारोपी लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या की जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी चल रही है। तीनों अभियुक्तों की 14 जुलाई को जुडिशल कस्टडी रिमांड की अवधि 90 दिन पूरी हो रही थी। इसको देखते हुए अभियुक्तों के विरुद्ध कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई।5 सदस्यीय न्यायिक आयोग कर रहा है जांचबाहुबली माफिया अतीक अहमद अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए पहले पुलिस कमिश्नर अमित शर्मा ने एसआईटी का गठन किया था। उसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने हत्यकांड की पांच के लिए 5 सदस्यीय न्याययिक आयोग का गठन किया। अतीक अहमद व अशरफ की काल्विन हॉस्पिटल में पुलिस कस्टडी के दौरान हुई हत्याकांड की जांच अब न्यायिक आयोग अपने स्तर से कर रहा है। 15 अप्रैल को हुई थी अतीक़ व असरफ की हत्या15 अप्रैल को देर शाम करीब पौने ग्यारह बजे कॉल्विन हॉस्पिटल के गेट पर माफिया अतीक अहमद उसके छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की पुलिस कस्टडी के दौरान 3 शूटरों ने गोलीमार कर हत्या कर दी थी। पुलिस अतीक अहमद व अशरफ को मेडिकल टेस्ट कराने के लिए काल्विन हॉस्पिटल लेकर पहुंची थी। घटना स्थल पर ही तीनों शूटरों ने पुलिस के सामने आत्म समर्पण कर दिया था। अतीक अहमद और असरफ हत्याकांड की जांच शुरू में एसआईटी ने किया बाद में शासन स्तर से इसकी जांच 5 सदस्यीय न्यायिक आयोग कर रहा है। माफिया अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड के आरोपी लवलेश तिवारी,सनी सिंह व अरुण मौर्य न्यायिक अभिरक्षा के तहत प्रतापगढ़ जेल में बन्द हैं। सीजीएम कोर्ट में सुरक्षा कारणों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अभियुक्तों की पेशी की जा रही है। इससे पहले 12 मई, 29 अप्रैल,7 जून,20 जून को भी कोर्ट के आदेशानुसार तीनों अभियुक्तों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी हो चुकी है। जिसमें भी क्रमशः जुडिशल रिमांड को 14-14 दिन के लिए बढ़ाई गयी थी। तीनों शूटर प्रतापगढ़ जेल में हैं बन्द15 अप्रैल को घटनास्थल काल्विन हॉस्पिटल में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने वाले तीनों शूटर्स को 16 अप्रैल को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद जुडिशल कस्टडी में सेंट्रल जेल नैनी भेजा गया था। सुरक्षा कारणों से इन तीनों अभियुक्तों दूसरे दिन 17 अप्रैल को सेंट्रल जेल नैनी से प्रतापगढ़ जेल के लिए शिफ्ट कर दिया गया था। 19 अप्रैल को भारी सुरक्षा बंदोबस्त के साथ पुलिस ने प्रतापगढ़ जिला जेल से कस्टडी रिमांड के लिए सीजेएम कोर्ट में पेश किया था। सीजेएम कोर्ट ने 4 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की थी। रविवार 23 अप्रैल को दोपहर 2 बजे कस्टडी रिमांड खत्म 3 घण्टे पहले ही तीनों अभियुक्तों को प्रतापगढ़ जेल पहुंचा दिया गया।