बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा-2 के अभ्यर्थी ध्यान दें, BPSC के ये नए नियम आपको दे सकते हैं बड़ा फायदा

पटना: BPSC TRE 2023 Phase 2 यानि बिहार में शिक्षक भर्ती 2023 में बिहार लोकसेवा आयोग ने दूसरी वैकेंसी जारी कर दी है। टीचर भर्ती में फेज 2 के लिए शिक्षा विभाग ने जैसे ही अपनी स्वीकृति दी, वैसे ही बीपीएससी ने दूसरे फेज की परीक्षा का ऐलान कर दिया। इसके लिए रजिस्ट्रेशन और एग्जाम की तारीख तक का ऐलान कर दिया गया। शुक्रवार को बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने खुद इसकी जानकारी दी। इस परीक्षा के दौरान कुछ नए नियम भी जारी किए गए हैं। इन नए नियमों से परीक्षार्थियों को काफी फायदा हो सकता है। बीपीएससी टीचर भर्ती परीक्षा फेज 2 के नए नियमबीपीएससी इस परीक्षा के जरिए दो तरह के शिक्षकों की बहाली करेगा। 9वीं से दसवीं के लिए टीचरों के कुल 18,877 पद खाली हैं। वहीं छठी से आठवीं के लिए 16 हजार एक सौ चालीस उम्मीदवारों की भर्ती की जाएगी। जबकि माध्यमिक विद्यालय में विशेष टीचरों के लिए 270 सीटें खाली हैं। इस बार की परीक्षा में सिर्फ एक ही पेपर का इम्तिहान लिया जाएगा। इस पेपर के एक हिस्से में भाषा के प्रश्न होंगे। वहीं दूसरे भाग में जनरल नॉलेज के जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे। जबकि तीसरे हिस्से में संबंधित सब्जेक्ट के क्वेश्चन होंगे। पहला हिस्सा क्वालिफाइंग सबजेक्ट होगा। इसमें 30 अंकों के 30 सवाल पूछे जाएंगे। पूरा पेपर एक ही बुकलेट में दिया जाएगा। इस इम्तिहान का सिलेबस NCERT और SCRT से जुड़ा होगा। सबसे बड़ी बात ये कि इम्तिहान में गलत जवाब के नंबर नहीं काटे जाएंगे, यानी नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी। तारीखवार जानिए BPSC Teacher भर्ती परीक्षा का शेड्यूलरजिस्ट्रेशन और फी जमा करने की तारीख- 5 नवंबर से 14 नवंबर तकलेट फी के साथ रजिस्ट्रेशन की तारीख- 17 नवंबर तक लेट फी के साथ कर पाएंगे रजिस्ट्रेशनऑनलाइन एप्लीकेशन की तारीख- 10 नवंबर से 25 नंवबर तकऑनलाइन आवेदन की तारीखों में कोई विस्तार नहीं, गलती सुधारने का भी मौका नहीं, इसलिए ध्यान से भरें फॉर्म।पहले फेज में हुई एक लाख सत्तर हजार से ज्यादा खाली पद थेबिहार में BPSC के जरिए शिक्षक बहाली में 1,70,461 शिक्षकों के खाली पदों के लिए परीक्षा ली गई थी। इसका रिलज्ट भी समय पर दे दिया गया। इसके बाद हाल ही में 2 नवंबर को सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी में इन शिक्षकों को नियुक्त पत्र दिए गए थे। इसके लिए पटना के गांधी मैदान में भव्य इंतजाम भी किया गया था।