
इमरजेंसी मीटिंग में प्रदूषण की स्थिति का आंकलन
सीएक्यूएम (कमिशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट) ने इमरजेंसी मीटिंग में प्रदूषण की स्थिति का आंकलन किया। इसमें बताया गया कि हवाओं की कम गति की वजह से प्रदूषण गंभीर स्थिति पर पहुंच गया है। इसलिए राजधानी में ग्रैप के तीसरे चरण को लागू किया जा रहा है। इसमें निर्माण कार्य पर रोक लगाई गई है। लेकिन रेलवे, डीएमआरसी, एयरपोर्ट और आईएसबीटी, नैशनल सिक्योरिटी, डिफेंस से जुड़े काम, राष्ट्रीय महत्व से जुड़े काम, अस्पताल से जुड़े काम, पब्लिक प्रोजेक्ट जैसे हाइवे आदि, सफाई से जुड़े प्रोजक्ट आदि का काम हो सकेगा। प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर भी रोक लगाई गई है।
एक बार फिर फेल रहा मौसम विभाग
मौसम विभाग एक बार फिर प्रदूषण के गंभीर स्तर पर पहुंचने का पूर्वानुमान नहीं कर पाया। इसकी वजह से ग्रैप के तीसरे चरण को पूर्वानुमान के अनुसार, तीन दिन पहले लागू नहीं किया जा सका। वहीं एयर बुलेटिन में भले राजधानी का एक्यूआई 407 रहा हो, लेकिन रात आठ बजे तक इसमें सुधार हो गया। एक्यूआई कम होकर 394 पर पहुंच गया है। लेकिन ग्रैप-3 की पाबंदियां कब हटेंगी, यह अब सीएक्यूएम तय करेगा।
अब कम होगा प्रदूषण
आईआईटीएम पुणे के अनुसार, अब सोमवार से प्रदूषण स्तर कम होना शुरू हो जाएगा। 5 से 7 दिसंबर को इसका स्तर बेहद खराब रहेगा। इसके बाद अगले छह दिनों तक यह खराब से बेहद खराब स्तर पर रहेगा। यानी आने वाले दिनों में राजधानी के लोगों को प्रदूषण से बड़ी राहत मिलने की संभावना भी है। सफर के अनुसार अगले तीन दिनों तक प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर बना रहेगा।