पलवल: हरियाणा के पलवल जिले के पोंडरी गांव में हिंदू संगठनों की ओर से रविवार को ‘महापंचायत’ का आयोजन हुआ। पंचायत करने की इजाजत इस शर्त पर दी गई थी कि कोई भड़काऊ या नफरती बयानबाजी नहीं होगी लेकिन ऐसा संभव न हो सका। महापंचायत के दौरान पुलिस की चेतावनी को पूरी तरह नजरअंदाज करते हुए धमकी दी गई। बैठक में धारदार हथियार उठाने का आह्वान किया गया और सरकार से हथियारों के लाइसेंस जारी करने की मांग की गई। महापंचायत में कहा गया कि तुम उंगली उठाओगे तो हम हाथ काट देंगे। महापंचायत में करीब 5 हजार लोग इकट्ठा हुए और भड़काऊ बयानबाजी हुए। इस दौरान हरियाणा के गोरक्षक दल के नेता आचार्य आजाद शास्त्री ने भड़काऊ और विवादित बयान देकर माहौल गर्म किया। उन्होंने कहा, ‘हमें यह तुरंत सुनिश्चित करना चाहिए कि मेवात में 100 हथियारों के लाइसेंस दिए जाएं। उन्होंने कहा कि बंदूकों के नहीं, राइफलों के लाइसेंस मिलना चाहिए क्योंकि राइफलें लंबी दूरी तक फायरिंग कर सकती हैं।’गोरक्षक दल के सदस्य ने दिया भड़काऊ बयानआचार्य आजाद शास्त्री ने आगे कहा, ‘यह करो या मरो की स्थिति है। युवाओं से कह रहा हूं कि खून गर्म रखना पड़ेगा।’ उन्होंने आगे कहा, ‘गांधीजी के कारण ही ये मुसलमान मेवात में रुके रहे। हमें एफआईआर से नहीं डरना चाहिए। मेरे खिलाफ भी एफआईआर हैं लेकिन हमें डरना नहीं चाहिए। आपको जागना होगा।’28 अगस्त को फिर से ब्रज मंडल यात्रा करने का फैसलाहिंदू संगठनों की तरफ से पलवल जिले के गांव पोंडरी में महापंचायत आयोजित की गई जिसमें नूंह में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की ‘ब्रज मंडल यात्रा’ 28 अगस्त को फिर से शुरू करने का फैसला किया गया। 31 जुलाई को क्षेत्र में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद बाधित हो गई थी। ‘सर्व जातीय महापंचायत’ में पलवल, गुरुग्राम और आसपास के अन्य स्थानों के लोग शामिल हुए हैं। यह महापंचायत पहले नूंह जिले के किरा गांव में आयोजित करने की योजना थी, लेकिन कानून व्यवस्था की मौजूदा स्थिति को देखते हुए इसकी अनुमति नहीं दी गई।नफरती भाषण देने के खिलाफ सख्त कार्रवाईपलवल के पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) संदीप मोर ने रविवार को बताया कि पलवल में कार्यक्रम की अनुमति दे दी गई है। नूंह और पलवल पड़ोसी जिले हैं। पुलिस ने कहा कि महापंचायत के लिए सीमित संख्या में लोगों के एकत्र होने की अनुमति दी गई है। इस दौरान अगर कोई किसी भी प्रकार का नफरत भरा भाषण देता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।नूंह में भीड़ की ओर से वीएचपी की यात्रा पर हमला किए जाने की घटना और इसके बाद हुई हिंसा में दो होमगार्ड और एक नायब इमाम समेत छह लोग मारे गए थे।