चंडीगढ़: चंडीगढ़ मेयर चुनाव विवाद में नया मोड़ आ गया है। बीजेपी के मेयर मनोज सोनकर ने सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के लिए समय निर्धारित होने से ठीक एक दिन पहले रविवार रात को इस्तीफा दे दिया। सूत्रों ने बताया कि शनिवार को दिल्ली में पार्टी आलाकमान के साथ बीजेपी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक हुई। इसके बाद पार्टी ने सोनकर से इस्तीफा देने को कहा था। इससे पहले दिन में बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि महापौर को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। वह आज (रविवार) शाम को इस्तीफा दे देंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।दरअसल सुपीम कोर्ट में सुनवाई से कुछ ही दिन पहले चंडीगढ़ बीजेपी ने कथित तौर पर मतपत्रों को विकृत करने के आरोप में घिरे पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह को भी अपने अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ से हटा दिया था। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) 30 जनवरी को हुए मेयर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सोनकर को हटाने की मांग कर रहे थे। विपक्ष का आरोप था कि मसीह की ओर से मतपत्रों पर कुछ लिखने और आठ वोटों को अमान्य करने के बाद सोनकर जीते थे। मसीह की सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को है पेशीदरअसल अनिल मसीह चंडीगढ़ बीजेपी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महासचिव थे। उन्हें सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में पेश होना था। 18 जनवरी को जब मूल रूप से चुनाव होने थे। तब मसीह बीमार पड़ गए थे। इसके कारण चुनाव 30 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। मेयर चुनाव में हार के बाद कांग्रेस-आप गठबंधन ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इस दौरान रिजल्ट को रद्द करने और चंडीगढ़ मेयर चुनाव फिर से कराने की मांग की थी। लेकिन वहां से राहत न मिलने पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सुप्रीम कोर्ट ने की थी तल्ख टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट ने मामले में कहा था कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव के दौरान जो हुआ वह लोकतंत्र का मजाक था। सुप्रीम कोर्ट ने पीठासीन अधिकारी को लेकर कहा कि हम इस तरह लोकतंत्र की हत्या नहीं होने देंगे। भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन-न्यायाधीशों की पीठ ने पीठासीन अधिकारी को अगली सुनवाई की तारीख 19 फरवरी को उपस्थित होने के लिए भी कहा था।चंडीगढ़ नगर निगम का गणितकुल सीटें: 36बीजेपी: 14 +1 (किरण खेर, सांसद)आप: 13कांग्रेस: 7शिरोमणि अकाली दल: 1नॉमिनेट: 9 (वोट का अधिकार नहीं)बहुमत: 18