बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष का पद जाने के बाद भी भगत सिंह कुशवाहा की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. बीजेपी नेता भगत सिंह कुशवाहा ने जिस युवती पर एक करोड़ की फिरौती मांगने का आरोप लगाया था, वह महिला अब कुशवाहा के खिलाफ खुलकर सामने आ गई है. यह पूरा मामला उस वक्त सामने आया, जब पुलिस ने सिविक सेंटर स्थित निजी कॉलेज परिसर से एक कार जब्त की. इस कार में कारतूस रखे पाए गए. पुलिस ने जब कार मालिक की तलाश शुरू की तो यह कार एक महिला की पाई गई. इसके बाद महिला को पुलिस ने थाने बुलवाया. जहां उससे पूछताछ की गई तो उसने भगत सिंह कुशवाहा पर कार में कारतूस रखवाकर उसे फंसाने के आरोप लगाए.
मीडिया से बात करते हुए महिला ने भगत सिंह कुशवाहा और उसके बीच संबंधों एवं विवाद से जुड़े सुबुत पेश किए. पीड़िता का आरोप है कि उसने कई बार जबलपुर से लेकर भोपाल तक पुलिस में शिकायत की लेकिन ना तो बीजेपी संगठन द्वारा उसे न्याय दिलाया गया और ना ही पुलिस ने उसकी मदद की, बल्कि उसे प्रताड़ित किया जा रहा है. पत्रकारों से चर्चा के दौरान पीड़िता ने भगत सिंह कुशवाहा और पुलिस पर कई संगीन आरोप लगाए हैं. अपना दर्द बताते बताते हुए महिला रोने लगी.
इस तरह मिली भगत सिंह से
पीड़िता ने अपनी जिंदगी के अब तक के उतार-चढ़ाव का जिक्र करते हुए कहा की उसकी शादी 2012 में जबलपुर में हुई थी. इसके बाद 2018 में तलाक हो गया. इसके बाद वह सालों अकेली रही. इस दौरान पीड़िता की मुलाकात मेट्रोमोनियल साइट में काम करने वाली सीमा जायसवाल से हुई. पीड़िता का आरोप है कि बीजेपी में बड़े पद और अपने रसूख का रौब दिखाते हुए भगत सिंह कुशवाहा ने उसको को शादी का झांसा दिया और उसके साथ दैहिक शोषण किया. जब पीड़िता ने काफी दबाव बनाया तब भगत सिंह कुशवाहा ने उसके साथ आंध्र प्रदेश के मल्लिकार्जुन मंदिर में हिंदू रीति-रिवाजों के साथ सात फेरे लिए. इसके बाद बीजेपी नेता भगत कुशवाह हनीमून के लिए बाहर ले गया. जिसकी फोटो महिला ने मीडिया के सामने पेश की.
पीड़िता ने बताया कि 6 माह तक भगत कुशवाहा ने महिला को अपने साथ रखा. कहा कि वह भोपाल में सार्वजनिक तौर पर उसके साथ सात फेरे लेगा, लेकिन लगातार टालमटोल करता रहा. इस बीच, भगत कुशवाहा और उसकी पत्नी एक दिन जबलपुर स्थित पीड़िता के निवास पर पहुंचे. जहां दोनों के बीच काफी विवाद हुआ.
बीजेपी के बड़े नेताओं के सामने परोसना चाह रहा था भगत
पीड़िता ने भगत कुशवाहा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उसे बीजेपी के बड़े नेताओं के सामने परोसना चाह रहा था. इसलिए उसने शादी की है. मैं तुमको जिस भी नेता के पास भेजूंगा तुम्हें उसे खुश करना पड़ेगा. इसलिए मैंने तुम्हें अपने काम पर रखा है. इसके बाद पीड़िता ने इसका खुलकर विरोध किया और जान बचा कर वहां से भाग निकली. उस बीच पीड़िता के पेट में भगत सिंह कुशवाहा का गर्भ पल रहा था. लेकिन इसकी खबर जैसे ही भगत सिंह कुशवाहा को लगी तो वह तुंरत फिर संबंध रखने के लिए राजी हो गया. साथ ही कहा कि तुम इस पल रहे बच्चे को गिरा दो. पीड़िता के नहीं मानने पर भगत सिंह कुशवाहा ने दवाई देकर उसका गर्भपात करा दिया.
सीएम और बीजीपी प्रदेश अध्यक्ष तक लगाई गुहार
पीड़िता ने बताया कि इस पूरे मामले की एक सीडी बनाकर उसने 9 मई को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को भी सौंपी थी. इसमें भगत सिंह कुशवाहा के द्वारा मुख्यमंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कई गंभीर बातें बोली गईं थी. इसके बाद भी आज तक भगत कुशवाहा को पार्टी से निष्कासित नहीं किया गया है. जिसके चलते आज भी उसके द्वारा पुलिस में शिकायत करने के बावजूद भी उसकी कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है. इसको लेकर मैं बहुत परेशान हूं. पीड़िता का कहना है की वह उस बात से परेशान है कि उसके साथ कोई भी घटना घट सकती है.
फिलहाल पीड़िता का कहना है कि भगत सिंह कुशवाहा को पार्टी से निष्कासित किया जाए और पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच करें. जिससे न्याय मिल सके. वहीं इस पूरे मामले में उप पुलिस अधीक्षक भोपाल खांडल का कहना है कि गंभीरता से जांच कर रहे हैं. जांच में जो भी कुछ सामने आया है. कार्रवाई की जाएगी बहरहाल अब आने वाले दिनों में भगत सिंह कुशवाहा की मुश्किलें और भी बढ़ सकती है.