जयपुर: पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की वीरांगनाओं के मामले () में मुख्यमंत्री (ashok gehlot) ने एक बार फिर बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि शहीदों की वीरांगनाओं को देश में सबसे शानदार पैकेज राजस्थान सरकार दे रही है। अन्य किसी राज्यों में इतनी सुविधाएं और ऐसा पैकेज नहीं दिया जा रहा। इसके बावजूद भी बीजेपी इसे राजनीतिक मुद्दा बना रही है। चुनावी साल में षड़यंत्रपूर्वक कुछ वीरांगनाओं को आगे करके भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रदेश को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं। आने वाले चुनावों में जनता उन्हें जवाब देगी। गहलोत ने कहा कि भाजपा राजस्थान की छवि को बदनाम करके अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रही है। वीरांगनाओं का अपमान तो खुद बीजेपी कर रही है।चार साल बाद कैसे याद आई नौकरी कीमुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पुलवामा हमला 14 फरवरी 2019 में हुआ था। तब राज्य सरकार ने सभी वीरांगनाओं को पैकेज के तहत मदद दे दी है। उस समय किसी ने कोई मांग नहीं की। अब चार साल बाद चुनावी वर्ष में अचानक रिश्तेदारों को नौकरी दिए जाने का मुद्दा कैसे सामने आ गया। गहलोत ने कहा कि दो दिन पहले कई वीरांगनाएं मुख्यमंत्री कार्यालय में आकर मिली थी। उनका भी यही कहना था कि अनुकंपा नौकरी को बच्चों को ही मिलनी चाहिए। परिवार के किसी अन्य रिश्तेदार को नौकरी देना कतई उचित नहीं है। अनुकंपा नौकरी का हक शहीदों के बच्चों का है। उनका हक छीनकर किसी और को कैसे दिया जा सकता है। पुलवामा हमले के अलावा जो जवान देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए, उन जवानों की वीरांगनाएं रिश्तेदारों को नौकरी दिए जाने के खिलाफ हैं तो इसकमें सरकार क्या कर सकती है। डॉ. किरोड़ीलाल से मिले कांग्रेस के नेतावीरांगनाओं के मुद्दे को लेकर आन्दोलन करने वाले राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा पिछले दो दिन से सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती हैं। बीजेपी नेताओं के साथ कांग्रेस के कई नेताओं ने भी डॉ. किरोड़ीलाल मीणा से मुलाकात की है। पहले दिन केबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने डॉ. किरोड़ीलाल मीणा से मुलाकात की। दूसरे दिन पूर्व केन्द्रीय मंत्री नमो नारायण मीणा, कांग्रेस विधायक लाखन सिंह और वेदप्रकाश सोलंकी ने भी डॉ. मीणा से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। वीरांगनाओं के साथ पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने का विरोध कांग्रेस के नेता भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस को संयम से काम लेना चाहिए था। उनका अपमान करना कतई जायज नहीं है।वीरांगनाओं का मुद्दा संवेदनशील – सुधांशु त्रिवेदीभाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी भी रविवार को जयपुर पहुंचे। उन्होंने सवाई मानसिंह अस्पताल जाकर डॉ. किरोड़ीलाल मीणा से मुलाकात की। त्रिवेदी ने कहा कि वीरांगनाओं का मुद्दा संवेदनशील है। उनका अपमान करना दुखद है। राज्य के मुखिया को चाहिए कि देश के लिए जान न्योछावर करने वाले शहीदों की वीरांगनाओं के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए। इसे केवल कानूनी नजर से नहीं देखना चाहिए बल्कि संवेदना के नजरिये से देखना चाहिए। बातचीत करके कोई न कोई रास्ता निकाला जाना चाहिए। रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़