एमपी की 125 और छत्तीसगढ़ की 30 सीटों को लेकर टेंशन में बीजेपी? चुनाव के लिए पहली बार बदली रणनीति

रायपुर: बीजेपी ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की कमजोर सीटों पर फोकस बढ़ा दिया है। पहली बार चुनाव से करीब तीन महीने पहले ही बीजेपी ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी कर दी। बुधवार रात को हुई बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की मीटिंग में छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों पर चर्चा की गई। जिसके बाद गुरुवार को छत्तीसगढ़ के लिए 21 और मध्य प्रदेश के लिए 39 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही बाकी चुनावी राज्यों के लिए भी इसी तरह सीईसी की मीटिंग हो सकती हैं। इस साल के मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव होने हैं। आम तौर पर चुनाव के ऐलान के बाद जब नामांकन की तारीख नजदीक होती है तब बीजेपी के केंद्रीय चुनाव समिति मीटिंग कर उम्मीदवारों के नाम फाइनल करती है। लेकिन इस बार काफी पहले ही सीईसी की मीटिंग कर उम्मीदवारों के नाम का भी ऐलान कर दिया। बीजेपी ने कमजोर मानी जा रही सीटों पर पहले उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं ताकि वहां तैयारी का ज्यादा वक्त मिल जाए।कितनी सीटों को कमजोर मान रही है बीजेपीबीजेपी ने सभी चुनावी राज्यों में सीटों को ए, बी, सी, डी चार कटैगरी में बांटा है। ए कटैगरी में वो सीटें हैं जहां बीजेपी आसानी से जीतती रही है। बी कैटेगरी में वे सीटें हैं जहां बीजेपी कभी हारी, कभी जीती। सी कैटेगरी में उन सीटों को रखा गया हैं जिन पर बीजेपी दो बार से ज्यादा हारी है। डी कैटेगरी में वे सीटें हैं जहां बीजेपी कभी नहीं जीती है। बीजेपी मध्य प्रदेश में करीब 125 और छत्तीसगढ़ में करीब 30 सीटों को कमजोर मान रही हैं। हो सकता है कि बाकी कमजोर सीटों पर भी बीजेपी उम्मीदवारों का ऐलान जल्द कर दे।इसे भी पढ़ें-छत्तीसगढ़ सीएम की सीट से भतीजे को टिकटबीजेपी ने गुरुवार को छत्तसीगढ की 21 सीटों और मध्य प्रदेश की 39 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया। दोनों राज्य की लिस्ट में 5-5 महिलाओं को टिकट दए गए हैं। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल की पाटन सीट से बीजेपी ने उनके भतीजे विजय बघेल को उम्मीदवार बनाया है। पहले भी भूपेश बघेल और विजय बघेल चुनावी जंग में आमने सामने रहे हैं। 2008 विधानसभा चुनाव में विजय बघेल ने भूपेश बघेल को हराया था। साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में भूपेश बघेल ने विजय बघेल को हराया। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने विजय बघेल को उम्मीदवार नहीं बनाया। विजय बघेल अभी सांसद हैं।राजस्थान में चुनाव प्रबंधन कमिटी और संकल्प पत्र कमिटी बनाईबीजेपी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रबंधन कमिटी और संकल्प पत्र कमिटी भी बना ली है। इन दोनों ही कमिटी में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम नहीं है। राजे की भूमिका के बारे में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि सभी वरिष्ठ नेता प्रचार करेंगे। संकल्प पत्र कमिटी की कमान केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को दी गई है। चुनाव प्रबंधन कमिटी की जिम्मा पूर्व सांसद नारायण पंचारिया को दिया है। संकल्प पत्र कमिटी में राज्यसभा सदस्य घनश्याम तिवाड़ी, किरोड़ी लाल मीणा, राष्ट्रीय मंत्री अल्का सिंह गुर्जर, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया, पूर्व मंत्री प्रभु लाल सैनी और राखी राठौड़ को सह संयोजक बनाया गया है।चुनाव प्रबंधन कमिटी में 25 सदस्य हैं। इसमें पार्टी के पूर्व प्रदेश महामंत्री ओंकार सिंह लखावत, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजनलाल, प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल, पूर्व सूचना आयुक्त सीएम मीणा सह संयोजक और कन्हैया लाल बैरवाल सह संयोजक होंगे। अभी चुनाव प्रचार समिति का ऐलान होना बाकी है। माना जा रहा है कि उसमें वसुंधरा राजे को अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।