राज्यसभा चुनाव में फिर चौंका सकती है बीजेपी, दूसरी तरफ कांग्रेस की पहली पसंद गांधी परिवार, जानें किसके नाम पर लग सकती मुहर

जयपुर: राज्यसभा की तीन सीटों के लिए राजस्थान विधानसभा में 27 फरवरी को मतदान होना है। दो दिन पहले नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है लेकिन अभी तक किसी भी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान नहीं किया है। राज्यसभा चुनाव के प्रत्याशियों का ऐलान पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के स्तर पर होना है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल बड़े चेहरों को चुनकर राज्यसभा भेजेंगे। बीजेपी, कांग्रेस, निर्दलीय और अन्य दलों के प्रत्याशियों की संख्या के हिसाब से बीजेपी के दो और कांग्रेस के एक प्रत्याशी की जीत होना तय माना जा रहा है। अगर प्रत्याशियों की संख्या 3 से ज्यादा हुई तो मतदान प्रक्रिया अपनाई जाएगी। अन्यथा तीनों प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित होंगे।14 या 15 को होगा प्रत्याशियों का ऐलानराज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी है। बीजेपी और कांग्रेस संभवतया 14 या 15 फरवरी को प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करेंगे। प्रत्याशियों के नामों के ऐलान के साथ ही नामांकन दाखिल किए जाएंगे। प्रत्याशियों के चयन के लिए केंद्रीय स्तर पर बैठकों का दौर जारी है।भाजपा में बड़े नामों पर चर्चाभाजपा के दो प्रत्याशियों का राज्यसभा सदस्य बनना तय है। ऐसे में पार्टी एक प्रत्याशी स्थानीय और दूसरा प्रत्याशी केंद्रीय नेता को चुनाव मैदान में उतार सकती है। संभावना यह भी जताई जा रही है कि राजस्थान से किसी युवा नेता को राज्यसभा भेजकर पार्टी युवाओं को बड़ा मौका देने का दांव खेल सकती है। दो प्रत्याशियों के चयन में जातिगत समीकरणों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। प्रदेश में मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष की जातियों को ध्यान में रखते हुए अन्य जातियों के नेताओं को राज्यसभा भेजे जाने की संभावना ज्यादा लग रही हैगुर्जर या यादव पर खेला जा सकता है दांवराजस्थान में मुख्यमंत्री और बीजेपी के पार्टी प्रदेशाध्यक्ष ब्राह्मण हैं। साथ ही राजपूत और दलित उपमुख्यमंत्री हैं। ऐसे में बीजेपी जाट, गुर्जर और यादव प्रत्याशियों को मौका दे सकती है। बीजेपी प्रत्याशियों के लिए जिन नामों पर कयास लगाए जा रहे हैं। उनमें अलका गुर्जर, भूपेंद्र यादव, ओमप्रकाश माथुर, सतीश पूनिया और राजेंद्र राठौड़ शामिल हैं। प्रत्याशियों के चयन में आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखा जाएगा।कांग्रेस में गांधी परिवार को प्राथमिकताराज्यसभा चुनाव में कांग्रेस गांधी परिवार को प्राथमिकता दे रही है। पिछले कुछ दिनों से सोनिया गांधी का नाम सुर्खियों में हैं। अगर वे राज्यसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं होती हैं तो प्रदेश के किसी सीनियर लीडर को राज्यसभा भेजा जाएगा। कांग्रेस की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष रह चुके डॉ. सीपी जोशी या पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह को राज्यसभा भेजा जा सकता है।