बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार विपक्षी एकता की कवायद में जुटे हुए हैं। नीतीश ने आज एक बार फिर से भाजपा पर हमला करते हुए बताया कि आखिर वह विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश क्यों कर रहे हैं। उन्होंने संवाददताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि वे (भाजपा) देश के इतिहास को बदलना चाहते हैं इसलिए मैं विपक्षी दलों को एकजुट कर रहा हूं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मेरा कोई निजी एजेंडा नहीं है, यह सबके फायदे के लिए है। उन्होंने कहा कि मैं अपने लिए कुछ नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सबको एकजुट करना क्योंकि एकजुट होंगे तभी ये देश सुरक्षित होगा। आजकल आप देख रहे हैं कि क्या हो रहा है। इसे भी पढ़ें: Bihar: नीतीश कुमार पर सम्राट चौधरी का बड़ा आरोप, शराब की होम डिलीवरी से कमा रही जदयूबिहार के मुख्यमंत्री ने जाति आधारित जनगणना को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जाति आधारित जनगणना सब लोगों के राय से तय हुआ है ये सबके हित के लिए हो रहा है लेकिन मुझे समझ में नहीं आ रहा इसका विरोध क्यों हो रहा है…इसका मतलब लोगों को मौलिक चीज़ों की समझ नहीं है। उन्होंने कहा कि ये पहले अंग्रेज़ों के जमाने से तो होता ही था, ये 1931 से बंद हुआ। इससे पहले नीतीश कुमार अपने गृह जिला नालंदा से 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावनाओं के संबंध में पूछे गए सवालों को बड़े ही आसानी से टाल गए। नीतीश की पार्टी, हालांकि, सीट को बरकरार रखने में सक्षम रही है। मौजूदा सांसद कौशलेंद्र कुमार, जो लगातार तीसरी बार अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। इसे भी पढ़ें: Pramod Mahajan Death Anniversary: प्रमोद महाजन कम समय में बन गए थे भाजपा के ‘संकटमोचन’, जानें क्यों छोटे भाई ने ले ली थी बड़े भाई की जानपिछले साल नीतीश के राजग से बाहर होने के परिणामस्वरूप बिहार में सत्ता गंवाने वाली भाजपा नीतीश की राहुल गांधी, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव जैसे कद्दावर विपक्षी नेताओं के साथ मुलाकात करने से भड़की हुई है और उसने स्पष्ट रूप से दावा किया है कि ‘‘2024 में प्रधानमंत्री पद के लिए कोई रिक्ति नहीं है।’’ अटल बिहारी वाजपेयी नीत सरकार में महत्वपूर्ण विभागों का प्रभार संभालने वाले नीतीश 2024 में प्रधानमंत्री पद के लिए उनकी उम्मीदवारी के अटकलों पर स्पष्ट कर चुके हें कि उनकी ऐसी कोई ‘‘महत्वाकांक्षा नहीं है।