बिहार में RJD को बड़ा झटका, कुढ़नी से विधायक अनिल सहनी की सदस्यता रद्द

बिहार के कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय जनता दल के विधायक अनिल सहनी की सदस्यता समाप्त कर दी गई है. इस संबंध में विधानसभा सचिवालय ने एक पत्र जारी किया है. पूर्व राज्यसभा सदस्य और आरजेडी विधायक अनिल सहनी को अवकाश एवं यात्रा भत्ता (LTC) घोटाला मामले में अलग-अलग धाराओं के तहत दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने दोषी करार दिया था और तीन साल कैद की सजा सुनाई थी. साथ ही दो लाख रुपयों का जुर्माना भी लगाया गया था.
बता दें कि 31 अक्टूबर 2013 में सीबीआई ने मामला दर्ज किया था, जिसके बाद 29 अगस्त को कोर्ट ने अनिल सहनी समेत तीनों को एलटीसी घोटाले का दोषी करार दिया था. यह मामला उस समय का है, जब वह राज्यसभा सदस्य थे. सहनी के सहयोगियों एन एस नायर और अरविंद तिवारी को दो-दो साल जेल की सजा सुनाई गई थी और प्रत्येक पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था.
सहनी पर धोखाधड़ी के आरोप
सहनी पर आरोप है कि राज्यसभा सांसद रहते उन्होंने बिना कोई यात्रा किए जाली ई-टिकट और फर्जी बोर्डिंग पास के जरिए 23 लाख 71 हजार रुपये की धोखाधड़ी की थी. सीबीआई ने इस मामले में धोखाधड़ी, सरकारी पद के दुरुपयोग की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. विधायक की सदस्यता समाप्त होने से कुढ़नी में उपचुनाव की संभावना के मद्देनजर सियासत गरमा गई है. वहीं, संभावित दावेदारों के नामों की चर्चाएं भी तेज हो गई हैं.
उपचुनाव को लेकर बढ़ी सियासी सरगर्मी
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में अनिल सहनी के खिलाफ बीजेपी नेता केदार प्रसाद ने चुनाव लड़ा था. उन्होंने कहा है कि कुढ़नी उपचुनाव में जनता अपने वोट से जवाब देगी. यहां से बीजेपी के उम्मीदवार की जीत तय है. बीजेपी जल्द ही चुनाव की तैयारियों में जुटेगी.वहीं, खबर है कि राजद और जदयू के शीर्ष नेता भी चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं. इसके लिए दोनों दल आपसी सहमति से ही चुनाव लड़ने के लिएउम्मीदवार का चयन करेंगे. हालांकि, अभी किसी भी पार्टी की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.