यरुशलम: इजरायल पर फिर से खूनी हमला हुआ है जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई है और 6 लोग घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि यरुशलम के प्रवेश द्वार के पास हमास के आतंकियों ने हमला कर दिया और इजरायली लोगों को मार दिया। जवाबी कार्रवाई में हमास के दो आतंकी भी मारे गए हैं। माना जा रहा है कि इस ताजा हमले के बाद इजरायल और हमास के बीच जारी अस्थायी संघर्षविराम टूट सकता है। इस पूरे मामले को लेकर तनाव बढ़ गया है। पुलिस ने बताया कि यह हमला स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 7:40 पर हुआ। बताया जा रहा है कि हमास के आतंकियों ने राजधानी यरुशलम के प्रवेश की जगह पर एक गाड़ी से घुसे और लोगों तथा बस स्टॉप पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। पुलिस ने बताया कि दो ड्यूटी से जा रहे सैनिकों और हथियारबंद नागरिकों ने हमास आतंकियों पर जवाबी कार्रवाई की। इसमें दोनों आतंकी मारे गए हैं। बताया जा रहा है कि ये दोनों ही हमास आतंकी पूर्वी यरुशलम के रहने वाले थे। इनको पहले आतंकी घटनाओं के जुर्म में जेल भी भेजा गया था। इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम बढ़ाइससे पहले इजरायल और हमास अस्थायी युद्धविराम एक दिन और बढ़ाने पर सहमत हो गए थी जिसकी समयसीमा गुरुवार को समाप्त हो रही थी। इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम बृहस्पतिवार सुबह सात बजे समाप्त होने वाला था लेकिन इसके कुछ मिनट पहले ही यह जानकारी सामने आई कि युद्धविराम एक दिन के लिए बढ़ गया है। कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि युद्धविराम की शर्तें पहले वाली ही रहेंगी जिसके तहत हमास 10 इजराइली बंधकों को प्रतिदिन रिहा कर रहा है और बदले में इजराइल 30 फलस्तीनी कैदियों को छोड़ रहा है। कतर ने युद्धविराम के लिए इजराइल और हमास के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाई है। गाजा में इजराइली बमबारी और जमीनी अभियान के बाद युद्धविराम को यथासंभव लंबे समय तक जारी रखने का अंतरराष्ट्रीय दबाव है। अब तक हमलों में हजारों फलस्तीनियों की मौत हुई है, बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं और मानवीय संकट पैदा हुआ है। युद्ध से पूरे क्षेत्र में तनाव है। युद्धविराम बढ़ाने के लिए दोनों पक्षों में अंतिम वक्त में गतिरोध हुआ। हमास ने कहा कि इजराइल ने उसकी एक प्रस्तावित सूची को खारिज कर दिया जिसमें सात कैदियों के नाम थे और इजराइल के हवाई हमलों में मारे गए तीन लोगों के अवशेष लौटाने का जिक्र था। इजराइल ने बाद में कहा कि हमास ने फिर संशोधित सूची सौंपी जिससे युद्धविराम को आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त हुआ।