नई दिल्ली: अगर आप दिल्ली में रहते हैं तो जाहिर है कि आप एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए मेट्रो सेवा का लाभ लेते होंगे। मिले डाटा के अनुसार, रोजाना अमूमन 40 से 45 लाख लोग दिल्ली मेट्रो सेवा का लाभ उठा रहे हैं। अब इतनी संख्या में जब लोग रोजाना ट्रेवल करेंगे तो सुरक्षा का खतरा भी बना रहेगा। अक्सर आपको मेट्रो की भीड़ के बीच चोरी की घटनाएं सुनने को मिलती होंगी। कभी पर्स, कभी मोबाइल, कभी बैग, चोरों के हाथ जो आया वह गायब। आपकी नजर हटी और उधर भीड़ में शामिल शातिर आंखें आपका कीमती सामान लेकर फरार। लेकिन क्या आपको पता है कि आपका सामान पार करने में महिला चोरों का भी हाथ होता है। आज हम आपको इन मेट्रो की चोरनियों के बारे में बताएंगे। यह भी बताएंगे कि आखिर कैसे ये महिला चोर आपके सामान को पलभर में पार कर देती हैं और आपके पास पछताने के अलावा कुछ नहीं बचता। पहले बीते साल के मामले पढ़ लीजिए आपको पिछले साल की ही घटना बताते हैं। 2022 के अक्टूबर माह में एक महिला चोर गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था। गिरोह में कुल 4 महिलाएं थीं। राहुल नाम के पीड़ित शख्स ने जब अपने साथ हुई घटना का जिक्र किया तो महिला गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। पीड़ित अपने चाचा-चाची के साथ कश्मीरी गेट से दिल्ली मेट्रो में सवार हुए थे। जैसे ही तीनों नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन से उतरे तो उनके होश फाख्ता हो गए। चाची का कीमती सामान नकदी और सोने के आभूषण से भरा बैग गायब था। फिर शुरू हुआ सीसीटीवी फुटेज खंगालना। पता चला कि महिला चोरों का एक गिरोह काफी दिनों से सक्रिय था और उसमें शामिल लक्ष्मी, शशि, सरिता और रेशमा का नाम सामने आया। एक और घटना की याद दिलाते हैं। इसी साल यानी 2022 में सितंबर महीने में एक महिला का मोबाइल चोरी करने का वीडियो काफी वायरल हुआ था। महिला दिखने में तो कहीं से चोर नहीं लग रही थी लेकिन जैसे ही उसने फोन चुराया सब हैरान हो गए। असल में किसी मेट्रो स्टेशन के बाहर जैसे ही मेट्रो रुकी, एक शख्स मोबाइल चलाता हुआ दिखा। गेट के एज पर खड़े शख्स को देख एक महिला उसकी तरफ दौड़ी। शख्स कुछ समझ पाता उससे पहले ही उसका मोबाइल फोन छीनकर महिला गायब हो गई। साल 2022 की फरवरी में दिल्ली पुलिस ने एक हाई प्रोफाइल चोर को गिरफ्तार किया था। वह पेशे से एक पैरामेडिकल टीचर थी। जाहिर है कोई शक नहीं कर सकता थी कि वह चोरी जैसी वारदात को अंजाम दे सकती है। वह ड्रेसिंग इतनी हाई रखती थी कि उसे पकड़ना मुश्किल होता था। महिला चुराती क्या थी? यह पैरामेडिकल टीचर मेट्रो स्टेशनों के अंदर लगे एक्सरे मशीन से सामान पार करती थी। जब वह पकड़ी गई कि तो उसके पास गोल्ड की चीजें, मेट्रो कार्ड, एटीएम कार्ड और मोबाइल बरामद हुए थे। महिला चोर ऐसे देती हैं चोरी को अंजाम आपसे हमने जितने भी मामलों का जिक्र किया उसमें एक चीज समान है और वह है आपकी लापरवाही और उनकी पैनी नजर। दिल्ली पुलिस के पास भी ऐसे मामले आए हैं जिसमें देखा गया कि वह भीड़ का फायदा उठाती हैं। ये महिला चोर कभी हाई प्रोफाइल भेष, तो कभी सिर पर पल्लू ढंक कर वारदात को अंजाम देती थीं। कई मामलों में यह भी देखा गया है कि सिर ढंकने के साथ अपने साथ बच्चा भी लेकर आती हैं। इससे किसी को शक नहीं होता। जैसे ही किसी महिला या पुरुष की नजर हटती है वह सावधानी से उनका कीमती सामान लेकर फरार हो जाती हैं। काम होते ही वह अगले मेट्रो स्टेशन पर उतर जाती हैं। उतरने के दौरान महिला चोर इस बात का जरूर ध्यान रखती हैं कि जहां वह उतर रही हैं वहां भीड़ हो जिससे उन्हें कोई पकड़ नहीं सके। इसके अलावा महिला चोर गैंग के रूप में मेट्रो कोच या पूरे स्टेशन में फैली रहती हैं। चोरी के तुरंत बाद एक महिला चोर दूसरी महिला चोर को सामान पास करती है। ऐसा इसलिए भी करती हैं जिससे अगर वह पकड़ में आएं तो उनके पास कोई सामान न मिले। इससे वह आसानी से छूट जाती हैं।