कोलकाता: आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गुजरात, गोवा और हरियाणा के गठबंधन से पहले कांग्रेस को पश्चिम बंगाल से बड़ा झटका लगा है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता डेरेक ओ ब्रायन के अनुसार पार्टी के पश्चिम बंगाल की सभी 42 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। ब्रायन ने कहा कि असम की कुछ सीट और मेघालय की एक सीट पर चुनाव लड़ने के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। ओ ब्रायन का यह बयान उन खबरों के बीच आया है जिनमें कहा गया है कि कांग्रेस जल्द ही तृणमूल कांग्रेस के साथ सीट समझौते को अंतिम रूप दे देगी।नहीं आया है कोई बदलाव कांग्रेस और ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस विपक्षी ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A गठबंधन) का हिस्सा हैं। दोनों दलों के बारे में कहा जा रहा था कि अप्रैल-मई में होने वाले में बीजेपी की अगुवाई वाले NDA का एकजुट होकर मुकाबला करने के लिए सीट बंटवारे को लेकर उनकी बातचीत फिर से शुरू हो गई है। राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता ओ ब्रायन ने कहा, ‘‘कुछ हफ्ते पहले…पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि तृणमूल बंगाल की सभी 42 सीट पर चुनाव लड़ रही है। हम असम में कुछ सीट और मेघालय में तुरा लोकसभा सीट से भी लड़ने पर विचार कर रहे हैं। इस स्थिति में कोई बदलाव नहीं है।तो बंगाल में नहीं होगा गठबंधन! इससे पहले दिन में सूत्रों ने कहा था कि सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और टीएमसी के बीच चर्चा चल रही है तथा इसे जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी ने असम में दो और मेघालय में एक सीट मांगी है, जिस पर चर्चा जारी है। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस पार्टी लेफ्ट दलों को लेकर आगे बढ़ना चाहती थी। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस और टीएमसी के बीच बात लेफ्ट दलों की वजह से बिगड़ी। मुंबई की I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक में लेफ्ट को अधिक तवज्जो दिए जाने पर ममता बनर्जी भड़क गई थी। उनके नाराज होने की बात सामने आई थी।