ऐप से लोन लेने से पहले पढ़ लें यह खबर, कहीं मोबाइल हैक न हो जाए

गुरुग्राम: मोबाइल ऐप से लोन देने वाली कंपनियों के रिकवरी एजेंट के फोन के कॉन्टैक्ट से नंबर लेकर परिचितों को धमकाने की बात तो लगातार सामने आती रही है लेकिन इस बार आईएमटी मानेसर एरिया की एक निजी कंपनी के मालिक पर बैंक लोन न चुकाने का आरोप लगाकर दो लोग उनके परिवार, रिश्तेदारों और परिचितों को कॉल कर गालीगलौज कर रहे हैं। आरोप है कि ये लोग उनकी कंपनी में भी आकर मिले थे। हैरत की बात ये है कि ये आरोपी इनके परिवार वालों के नंबरों को हैक कर उसका प्रयोग कर अन्य लोगों से गालीगलौज कर रहे हैं। आईएमटी मानेसर थाने में फिलहाल गाली देने व धमकाने की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है लेकिन पुलिस जल्द ही केस में आईटी एक्ट की धारा भी जोड़ सकती है।पुलिस को यह शिकायत आईएमटी मानेसर सेक्टर-8 में निजी कंपनी के मालिक ने दी है। इनका कहना है कि 20 नवंबर को दो लोग दोपहर करीब ढाई बजे कंपनी में इनसे मिलने आए। एक ने अपना नाम राकेश शर्मा और दूसरे ने राहुल बताया। खुद को आगरा का बतायादोनों ने कहा कि हम आगरा से हैं और आईडीएफसी बैंक की ओर से आए हैं। आपका लोन आईडीएफसी बैंक में चल रहा है, इसकी सेटलमेंट के लिए आए हैं। कंपनी मालिक ने जब बैंक से जारी हुआ सेटलमेंट लेटर दिखाने को कहा तो वह अगले दिन आने का कहकर चले गए लेकिन 21 नवंबर की सुबह इनके रिश्तेदार व दोस्तों को कंपनी मालिक के नंबर से ही कॉल कर गालियां देना शुरू कर दिया। इनके दोस्त नीरज ने कॉल कर इन्हें इस बारे में बताया तो कंपनी मालिक ने कहा कि मैंने तो कॉल नहीं की। दोस्त ने बताया तब मोबाइल नंबर हैक होने का पता चला पीड़ित का कहना है कि जब उन्होंने दोस्त के मोबाइल पर अपने नंबर से आती कॉल को देखा तब उन्हें विश्वास हो गया कि किसी ने मोबाइल हैक कर लिया है। इनके नंबर का प्रयोग कर धमकी व गाली भरी कॉल की जा रही है। नीरज ने इन नंबरों को ब्लॉक कर दिया तो उसके बेटे का नंबर हैक कर उससे नीरज के पास कॉल आरोपी करने लगे। फिर कंपनी मालिक की बहन समेत अन्य परिवार वालों को आरोपी कॉल करने लगे। आरोपियों के नंबर पर जब कॉल कर ऐसा नहीं करने को कहा तो वह लगातार धमकी देते रहे। आरोपियों के 5 मोबाइल नंबर व कॉल की रेकॉर्डिंग पुलिस को दी गई है।आईएमटी मानेसर थाना में आरोपियों के खिलाफ गालीगलौज व धमकी देने की एफआईआर दर्ज की गई है। एएसआई अजीत ने बताया कि पीड़ित व्यक्ति का बैंक लोन चल रहा है। मोबाइल नंबरों के आधार पर आरोपियों को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिसके बाद ही स्पष्ट होगा कि वे इन लोगों के नंबरों का प्रयोग कर कैसे कॉल कर रहे हैं।