बाबा महाकाल ने खेली ’40 क्विंटल’ फूलों से होली, भस्म आरती में दिखी फाग उत्सव की धूम

विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में आज सोमवार को होने वाली भस्म आरती के दौरान फाग उत्सव की धूम देखने को मिली महाराष्ट्र से आए एक भक्त ने बाबा के फाग उत्सव में 40 क्विंटल फूल अर्पित किए. भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल ने फूलों की होली खेलकर फाग उत्सव मनाया. नंदी हॉल में भी जमकर भक्तों ने एक दूसरे पर फूल बरसाए और फाग उत्सव का आनंद लिया. मंदिर के पुजारी दिलीप गुरु ने जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष 1 क्विंटल फूल चढ़ाकर बाबा की भस्मआरती में फाग उत्सव मनाया जाता है. इस बार 40 क्विंटल फूल अलग-अलग तरह के अन्य प्रदेशों से बाबा के दरबार में पहुंचे और फाग उत्सव मनाया गया.
मंगलवार को बाबा महाकाल के दरबार में हर्बल गुलाल से होली खेली जाएगी. आज सोमवार को भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन दिए. वहीं भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली सांदीपनि आश्रम में इस बार तिथि मतांतर से 6 दिवसीय होली उत्सव मनाया जाएगा. नंदलाल 6 दिन तक भक्तों के साथ होली खेलेंगे.
सांदीपनि आश्रम में कल से मनेगा 6 दिवसीय उत्सव
भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली सांदीपनि आश्रम में 11 मार्च को पुजारी परिवार द्वारा फाग महोत्सव मनाया जाएगा. महिलाएं फाग के गीतों पर फूल व गुलाल से होली खेलेंगी. भगवान को विशेष पकवानों का भोग लगाया जाएगा. पुजारी पं.रूपम व्यास ने बताया भगवान श्रीकृष्ण की पाठशाला में चैत्र कृष्ण प्रतिपदा धुलेंडी से रंगपंचमी तक पांच दिन होली उत्सव मनाने की परंपरा है. इस बार तिथि मतांतर से मंदिर में 7 मार्च को धुलेंडी तथा 12 मार्च को रंगपंचमी मनाई जाएगी. इस प्रकार कुल छह दिन होली महोत्सव मनाया जाएगा.
प्रतिदिन सुबह 7 बजे होने वाली आरती में भगवान को हाथरस से मंगवाया हर्बल गुलाल अर्पित किया जाएगा. इसके बाद भक्त भी दिनभर भगवान को गुलाल अर्पित कर सकेंगे. मंदिर की परंपरा अनुसार चैत्र कृष्ण चतुर्थी पर फाग महोत्सव मनाया जाएगा. करीब एक क्विंटल फूल और गुलाल से होली खेली जाएगी. महिलाएं फाग के गीतों पर नृत्य करेंगी. सांदीपनि आश्रम में बरसाने की होली जैसा दृश्य नजर आएगा. 12 मार्च को रंगपंचमी पर रंगरंगीली होली के साथ महोत्सव का समापन होगा.
इस्कॉन मे मची 4 दिन होली पर्व की धूम
भरतपुरी स्थित इस्कॉन मंदिर में रविवार से महानगर संकीर्तन के साथ गौर पूर्णिमा महोत्सव की शुरूआत हो गई है. जिसके तहत अब विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. पीआरओ राघव पंडित दास ने बताया इस्कान मंदिर में फाल्गुन पूर्णिमा पर गौर पूर्णिमा महोत्सव बनाया गया. इस बार भी चार दिवसीय महोत्सव का शुभारंभ पर महानगर संकीर्तन निकाला जाएगा. इस्कानवृंद मृदंग की थाप पर हरि नाम संकीर्तन करते हुए निकलेंगे. आज 6 मार्च को शाम 7.40 बजे अधिवास महोत्सव मनाया जाएगा.
ये भी पढ़ें- निकाह के 8 साल बाद दहेज में मांग रहा था 2 करोड़, नहीं मिले तो फोन पर दिया तीन तलाक
रात 8 बजे गौर कथा और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. 7 मार्च को तड़के 4.30 बजे मंगला आरती होगी. सुबह 7.05 बजे वृंदावन के बृजसुंदर प्रभुजी द्वारा गौर कथा सुनाएंगे. सुबह 8.30 बजे भगवान के श्री विग्रह के दर्शन होंगे. शाम 4.30 बजे भक्तिप्रेम स्वामीजी महाराज द्वारा गौर कथा सुनाई जाएगी. शाम 5.30 बजे महाअभिषेक होगा. शाम 7 बजे महाआरती की जाएगी. 8 मार्च को जगन्नाथ मिश्र उत्सव मनेगा. सुबह 11.15 बजे महामन प्रभुजी कथा सुनाएंगे.
नारायणाधाम मे कल खेली जाएगी 151 क्विंटल फूलो से होली
श्री कृष्ण सुदामा की पावन मित्र स्थली मित्रता का प्रतीक श्री कृष्ण सुदामा धाम नारायणा धाम में 7 मार्च मंगलवार को भव्य फाग महोत्सव एवं ध्वज उत्सव का आयोजन किया जाएगा. महंत दिग्विजयजी महाराज निवार्णी अखाड़ा द्वारा पेशवाई में निशान एवं अखाड़ा निकाला जावेगा. होली एवं ध्वज उत्सव चल समारोह मंदिर से सुबह 9 बजे से बैण्ड-बाजे एवं ढोल नगाड़ों के साथ प्रारंभ होगा. चल समारोह मे मालवी फाग गीतों पर थिरकते झूमते-गाते बाबूलाल देवड़ा की कलाकार मंडली के साथ ही क्षेत्रों से भजन मण्डलिया भी सम्मिलित होगी.
ये भी पढ़ें-दिव्यांग की जमीन हड़पी फिर पत्नी ले गया, धमकी देकर बोला-शिकायत नहीं करेगा तो ही वापस दूंगा
चल समारोह में हाथी, घोड़े, ऊंट इत्यादि सम्मिलित होंगे. सम्पूर्ण गांव में फूलों से भव्य स्वागत होगा. सम्पूर्ण उत्सव कार्यक्रम को इन्दौर के हरीश जोशी द्वारा ड्रोन कैमरे से शूट किया जायेगा. दोपहर 12 बजे अभीजीत मुहुर्त में मंदिर के शिखर पर भव्य ध्वजारोहण होगा. इसके बाद महाआरती, महाप्रसादी एवं भण्डारा होगा. इस आयोजन में प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी श्री कृष्ण सुदामा की मित्रता के प्रतीक स्थल नारायणा धाम में 151 क्विंटल फूलों से होली खेली जाएगी.