बरेली: बरेली के बिथरी चैनपुर विधानसभा से BJP के पूर्व विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल () के भी दिल की धड़कनें यूपी बोर्ड के रिजल्ट () के पहले बढ़ी हुई थीं। हालांकि, रिजल्ट आया तो खुशी की लहर दौड़ गई। उन्होंने 55 साल की उम्र में इंटरमीडिएट यानी 12वीं क्लास सेकेंड डिवीजन से पास कर ली। पास होने की खुशी में उन्होंने मिठाइयां बटवाईं हैं। हालांकि, उन्होंने मीडिया से बात करते हुए यह भी कहा कि वह तीन विषयों की कापियां फिर से जंचवाएंगे ताकि अगर नंबरों की गिनती में कुछ गड़बड़ हुई हो तो उसे सुधार लिया जाए। जिस तरह राजनेता चुनाव परिणाम के बाद रीकाउंटिंग की बात करते हैं उसी तरह से पूप्पू भरतौल भी फिर से कुछ विषयों में मिले नंबर से संतुष्ट नहीं दिखे। उनका कहना था, दो विषयों के नंबर से तो मैं संतुष्ट हूं लेकिन तीन विषयों की कॉपी फिर से चेक करवाऊंगा। बरेली में अधिकारियों से मिलकर इसकी मांग करूंगा। जब को बधाई देने के लिए मीडियाकर्मी पहुंचे तो पूर्व बीजेपी विधायक ने इस बात पर जोर दिया कि योगी की सरकार में नकल विहीन परीक्षा हुई है। इतनी सख्ती थी कि नकल हो ही नहीं सकती थी। इससे पहले जब वह फरवरी में बोर्ड के एग्जाम दे रहे थे तब भी वह चर्चा का केंद्र थे। फरवरी में जब वह अपने से कई साल छोटी उम्र के छात्रों के साथ परीक्षा केंद्र पर नजर आए तो सभी हैरान रह गए थे। दूसरे छात्रों की ही तरह पप्पू भरतौल हाथ में लेमिनेटेड एडमिट कार्ड, राइटिंग पैड और पानी की बोतल लिए नजर आए। साल 2017 में उन्हें बीजेपी से विधानसभा चुनाव में टिकट मिला था। उन्होंने बरेली के बिथरी चैनपुर पर जीत भी दर्ज की, लेकिन साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी ने टिकट नहीं दिया। ‘वकील बनूंगा, गरीबों की सेवा करूंगा’ जिस समय बोर्ड एग्जाम दिया था उसी समय पप्पू भरतौल ने कहा था कि वह वकालत पढ़ कर वकील बनना चाहते हैं। इस बारे में राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने कहा, जब विधायक था तब महसूस किया कि आर्थिक दृष्टि से कमजोर लोगों को न्याया नहीं मिलता। ऐसा इसलिए क्योंकि वह अच्छे वकील का खर्च नहीं उठा पाते। मैं ऐसे लोगों के लिए वकालत पढ़ूंगा, ऐसा करने के लिए 12वीं पास करना जरूरी था इसलिए यह एग्जाम दे रहा हूं। (इनपुट: आरबी लाल)