अशोक गहलोत ने नासिर-जुनैद के परिवार से की मुलाकात, बच्चों के आंसू पोंछे, आर्थिक सहायता का किया ऐलान

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज नासिर और जुनैद के परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान सीएम गहलोत ने दोनों के परिवार के सदस्यों को आर्थिक मदद के साथ हर संभव मदद की भी पेशकश की। नासिर और जुनैद की हरियाणा के भिवानी में कथित गौरक्षकों ने जलाकर हत्या कर दी थी।नासिर की पत्नी और बेटी के लिए एक लाख रुपये नकद और चार लाख रुपये की सावधि जमा राशि की घोषणा की गई। इसी तरह जुनैद की पत्नी और 6 बच्चों के लिए 1 लाख रुपए नकद और 4 लाख रुपए की एफडी कराने की घोषणा की गई। कुल मिलाकर नासिर के परिवार को 10 लाख रुपये और जुनैद के परिवार को 35 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी गई।हरियाणा में मारे गए श्री नासिर व श्री जुनैद के परिजनों को उनके गांव घाटमीका, भरतपुर स्थित निवास जाकर ढांढस बंधाया।इस दौरान उनके परिवारजनों की संवेदनापूर्वक आर्थिक सहायता करते हुए न्याय दिलाने हेतु हरसंभव मदद करने का भरोसा दिया। pic.twitter.com/OLZMrUnLGb— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 2, 2023

सीएम गहलोत आज दोपहर 1.45 बजे हेलीकॉप्टर से जयपुर से भरतपुर के पहाड़ी थाना क्षेत्र के घाटमिका गांव पहुंचे। उन्होंने घाटमिका गांव में नासिर और जुनैद के परिवार के 30-35 सदस्यों से मुलाकात की। गहलोत ने जुनैद के 6 बच्चों से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सीएस उषा शर्मा, एडीजी उमेश मिश्रा भी मौजूद रहे।सीएम अशोक गहलोत के अचानक बने इस दौरे के कार्यक्रम को देखते हुए जल्दबाजी में बनाए गए हेलीपैड के पास एक बैठक स्थल बनाया गया, जहां गहलोत ने जुनैद और नासिर के परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और साथी ग्रामीणों से मुलाकात की। सीएम के आगमन की तैयारियों को लेकर विधायक जाहिदा खान हेलीपैड पर ही रहीं। उन्होंने गहलोत की अगवानी की।हरियाणा के भिवानी में भरतपुर जिले के घाटमिका गांव के निवासी नासिर और जुनैद की नृशंस हत्या ने राजनीतिक रंग ले लिया है। एआईएमआईएम के राष्ट्रीय संयोजक असदुद्दीन ओवैसी इस मुद्दे पर देश भर में बैठकें कर रहे हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने भरतपुर का दौरा भी किया था और इस मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर हमला बोला था।वहीं कुछ दिन पहले भरतपुर के कमान, पहाड़ी और नगर इलाके में दो दिन के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। गहलोत जब घाटिका गांव पहुंचे तो गांव के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। किसी को भी गांव के अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई। गहलोत ने नासिर और जुनैद के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।