मुसलमान क्या ममता बनर्जी की TMC से मुंह मोड़ रहे हैं? दीदी ने बनाया है ये ऐक्शन प्लान

कोलकता: पश्चिम बंगाल में क्या ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस से मुसलमान मुंह मोड़ रहे हैं? मुर्शिदाबाद की सागरदीघी सीट पर हुए उपचुनाव का नतीजा बंगाल में कुछ बदलाव की ओर इशारा कर रहा है। हांलाकि चुनाव का रिजल्ट आने के बाद ममता बनर्जी ने कहा था कि एक सीट जीतने के बाद भी विपक्षी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकेंगे। लेकिन सोमवार को अचानक अल्पसंख्यक नेताओं के साथ बैठक की। राज्य सचिवालय नबन्ना सूत्रों ने बताया कि बैठक के बाद में ममता बनर्जी ने कहा उन्हें उनके सवालों पर जल्द रिपोर्ट चाहिए। ने एक कमेटी भी बनाई है। सागरदीघी पर विश्लेषण कर मांगी रिपोर्ट पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सागरदीघी उपचुनाव को लेकर एक खास रिपोर्ट मांगी है। सागरदीघी में सत्तारुढ़ पार्टी तृणमूल की हार हुई है। अल्पसंख्यक वोट बैंक छिटकने के संकेत मिल रहे हैं। 2 मार्च को सागरदीघी उपचुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद देखा गया कि है तृणमूल प्रत्याशी देवाशीष बनर्जी को कांग्रेस प्रत्याशी बायरन बिस्वास ने 22,980 हजार वोटों से हराया था।कौन-कौन हैं कमेटी में शामिल सोमवार को विधान सभा में कैबिनेट की बैठक हुई। उसके बाद ममता ने पांचों नेताओं को अपने घर बुलाया। वे सभी अल्पसंख्यक हैं। पुस्तकालय मंत्री सिद्दीकुल्ला चौधरी, सिंचाई राज्य मंत्री सबीना यास्मीन, ऊर्जा राज्य मंत्री अखुज्जमां, अल्पसंख्यक राज्य मंत्री गुलाम रब्बानी और जंगीपुर विधायक जाकिर हुसैन उनके कक्ष में गए। सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने समिति से सागरदिघी चुनाव में हार पर रिपोर्ट देने को कहा गया है। साथ ही सूत्रों के मुताबिक पांच मंत्रियों को पूरे राज्य के अल्पसंख्यक वोट से जुड़े मामलों पर तेजी से काम करने को कहा गया है।राज्य के दो हेवीवेट भी शामिल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जरूरत पड़ने पर इस कमेटी की मदद के लिए राज्य के दो मंत्रियों को भी नियुक्त किया है। वे हैं फिरहाद हकीम और शोभनदेव चट्टोपाध्याय। हालांकि खास बात यह है कि इस कमेटी में जंगीपुर के सांसद खलीलुर्रहमान को नहीं रखा गया था लेकिन जंगीपुर विधायक जाकिर को सीट मिल गई। उसके बाद कुछ राजनीतिक कारोबारियों में यह सवाल उठता है कि क्या सत्ता पक्ष अल्पमत में बंट गया है? क्योंकि उस निर्वाचन क्षेत्र के 68 फीसदी मतदाता अल्पसंख्यक हैं।जानना चाहती हैं ग्राउंड रियेलिटी तृणमूल नेताओं को लगता है कि मुख्यमंत्री ने सागरदीघी चुनाव के बाद इस समिति का गठन किया और मामले पर वास्तविक स्थिति जानना चाहती हैं। यह कमेटी पूरी रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री को सौंपेगी। उसके बाद वह रिपोर्ट की जांच कर आगे के निर्देश देंगी। समिति के एक सदस्य के अनुसार हम मुख्यमंत्री के दिये गये निर्देश के अनुसार काम करेंगे। फिलहाल हमारा काम सागरदीघी पर रिपोर्ट तैयार कर उन्हें सौंपना है।