AQI@300: दिल्ली में कम हुआ जहरीली हवा का असर, क्या हटेंगी GRAP-3 की पाबंदियां?

नई दिल्ली: दिल्ली-NCR में प्रदूषण का स्तर बीते दो दिनों के दौरान काफी कम हुआ है। पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाओं ने यह राहत दिलाई है। हालांकि, प्रदूषण अब भी तय मानकों से कहीं ज्यादा है। बदल रही स्थिति के बीच ग्रैप-3 की पाबंदियां हटाने पर भी विचार हो सकता है। 2 नवंबर से ही राजधानी में कंस्ट्रक्शन पर आंशिक रोक लगी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CAQM) के मुताबिक, रविवार को औसत AQI 301 रहा। पलूशन कम होने के बाद लोगों के मन में सवाल हैं कि क्या ग्रैप-4 के बाद ग्रैप-3 को भी हटा लिया जाएगा। हालांकि पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया है कि अभी ग्रैप-3 सख्ती से लागू रहेगा।आज सुबह-सुबह क्या है प्रदूषण का हाल?केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड यानी सीपीसीबी के डेटा के मुताबिक, दिल्ली के आनंद विहार में AQI 362, ITO में 316, लोधी रोड और वजीरपुर में 392 AQI दर्ज किया गया है। एनसीआर की बात करें तो नोएडा सेक्टर 116 में 349, गाजियाबाद में 307, गुरुग्राम में 334 और फरीदाबाद में 336 AQI नोट किया गया है। हालांकि दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में हवा बहुत खराब से खराब की स्थिति में भी पहुंची है। 15 से 31 दिसंबर के बीच फिर परेशान करेगा पलूशनकेंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मानें तो1 से 15 नवंबर तक का समय साल में सबसे प्रदूषित रहा। प्रदूषण 15 से 31 दिसंबर तक दोबारा लोगों को काफी ज्यादा परेशान कर सकता है। कंट्रोल कमिटी (DPCC) ने 2018 से 2022 तक हर पंद्रह दिन का एक विश्लेषण किया है। वजह यह है कि इस दौरान हवाएं सबसे ज्यादा कमजोर रहती हैं। साथ ही दिवाली और प्रदूषण भी इसी समय आता है। अब साल के दूसरे सबसे प्रदूषित दिन 15 से 31 दिसंबर के बीच रहेंगे। इस दौरान भी ठंड तेजी से बढ़ रही होती है। इस समय भी हवाएं काफी कमजोर हो जाती हैं। ग्रैप-3 की पाबंदियां सख्ती से लागू होंगीदिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि ग्रैप-4 की पाबंदियां हटी हैं। लोग भ्रमित न हों क्योंकि ग्रैप-3 की पाबंदियां सख्ती से लागू होंगी। अभी भी तोड़-फोड़ पर रोक है। BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल गाड़ियों पर रोक जारी रहेगी। दिल्ली में सिर्फ CNG, इलेक्ट्रिक और BS-6 बसों को ही एंट्री मिलेगी। ट्रकों की एंट्री पर बैन हटा लिया गया है। दिल्ली के अंदर जो गैर प्रदूषित काम हैं जैसे- प्लम्बिंग, बिजली फिटिंग, फर्नीचर आदि का काम हो सकेगा। बोरिंग, ड्रिलिंग, खुदाई और भराई के काम नहीं हो सकेंगे।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार रविवार को राजधानी का औसत एक्यूआई 301 रहा। सुबह 9 बजे इसका स्तर महज 290 था। इसके बाद दिन के साथ यह थोड़ा बढ़ा और औसत एक्यूआई 301 रहा। राजधानी में 23 जगहों पर प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर है। वहीं अन्य जगहों पर यह खराब स्तर पर रहा। सबसे प्रदूषित जगहों में अलीपुर का एक्यूआई 369, पंजाबी बाग का 351, जहांगीरपुरी का 362, नरेला का 360, वजीरपुर का 372, बवाना का 390, मुंडका का 365 रहा। इन जगहों पर रहने वालों को अभी भी बाहर अधिक देर तक तक नहीं रहना चाहिए।23 नवंबर के बाद होगा और सुधार मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 20 से 22 नवंबर तक प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में रह सकता है। इसके बाद भी अगले छह दिनों तक इसके बेहद खराब स्तर पर बने रहने की संभावना है। 23 नवंबर से प्रदूषण की स्थिति में एक बार फिर इजाफा हो सकता है। हवाओं की गति इस दौरान बेहद कम रहेगी। 20 नवंबर को नॉर्थ वेस्ट दिशा से 4 से 8 किलोमीटर प्रति घंटे की रहेगी। सुबह व शाम के समय यह काफी धीमी हो सकती है।