लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की तस्वीर अब कुछ हद तक साफ होती दिख रही है। विपक्षी गठबंधन के बिखराव की खबरों के बीच अब दोनों दल एक साथ आते दिख रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ अब अखिलेश के साथ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी चुनावी मैदान में हुंकार भरते दिखेंगे। यूपी की राजनीतिक जमीन पर अभी अखिलेश यादव अकेले दम पर भाजपा से टक्कर लेते दिख रहे थे। लेकिन, अब स्थिति में बदलाव हो गया है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच बुधवार की शाम गठबंधन का विधिवत ऐलान हो गया। हालांकि, इससे पहले ही अखिलेश यादव ने मुरादाबाद में गठबंधन की बात पर अपना रुख साफ कर दिया था। उन्होंने कहा था कि गठबंधन होगा। इसके बाद से ही दोनों दलों के बीच गठबंधन के विधिवत ऐलान के बारे में हलचल बढ़ गई थी। यूपी कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और सपा के राजेंद्र चौधरी ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में गठबंधन का ऐलान किया।कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सभी लोकतांत्रिक पार्टियों को साथ लाकर चुनावी मैदान में उतारने का निर्णय लिया गया। इसको लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिलकर काम किया। इसके बाद गठबंधन पर बात फाइनल हो गई। कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि हमारी पार्टी प्रदेश में 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 63 सीटों पर I.N.D.I.A. गठबंधन के जितने भी उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरेंगे, उन्हें कांग्रेस की ओर से समर्थन दिया जाएगा। गहनता से जो निर्णय लिया गया है। उसके तहत हम चुनावी मैदान में उतरेंगे। भारतीय जनता पार्टी को प्रदेश में कड़ी टक्कर देंगे। माना जा रहा है कि 62 सीटों पर समाजवादी पार्टी और एक सीट पर आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद चुनावी मैदान में उतरेंगे।लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करेंगे: राजेंद्र चौधरीराजेंद्र चौधरी ने कहा कि हम देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करेंगे। भाजपा को हराने के लिए हम लोगों के बीच जाएंगे। समाजवादी पार्टी नेता ने कहा कि देश को बचाने के लिए गठबंधन हुआ है। हम लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक साथ आए हैं। उन्होंने मतदाताओं से आग्रह किया कि इस राष्ट्र को बचाने के लिए आप लोग निष्पक्षता के साथ मतदान करेंगे, इसकी हमें आशा है। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन किसान, गरीब, दलित और पिछड़ा वर्ग के हितों की रक्षा के लिए एक साथ आया है।राजेंद्र चौधरी ने आरोप लगाया कि लोकतंत्र के नाम पर संप्रदायिकता को बढ़ावा दिया जा रहा है। पिछड़े और दलितों का उत्पीड़न किया जा रहा है। किसान से लेकर युवा वर्ग आज सड़कों पर है। भाजपा का शासन किसी भी वर्ग के हित में नहीं है। भारतीय संविधान को खतरे में डाला गया है। विपक्षी गठबंधन लोकतंत्र को ताकत देने का काम करेगा। हम मजलूमों की आवाज बनकर एक साथ एकजुट हुए हैं।