चीन के रवैये से नाराज ईरान, राष्‍ट्रपति रईसी ने खुलेआम ड्रैगन को कोसा, क्‍या ब्रेकअप की तरफ हैं रिश्‍ते?

तेहरान: ईरान के राष्‍ट्रपति इब्राहीम रईसी पहले आधिकारिक दौरे पर हैं। दौरा शुरू होने से ठीक पहले रईसी ने एक बड़ा बयान दिया है। रईसी ने अपने इस सबसे ताकतवर साथी की आलोचना की है। रईसी ने कहा है कि दोनों देशों के रिश्‍ते जैसी उम्‍मीद थी, उसके अनुरूप नहीं हैं। उनका बयान तब आया है जब दो दशक में पहली बार ईरान का कोई राष्‍ट्रपति चीन के दौरे पर रवाना होने वाला है। रईसी को लगता है कि चीन को जिस तरह से ईरान का सपोर्ट करना चाहिए, उसने उस तरह से उसका समर्थन नहीं किया है। संबंधों से निराशा ईरानी राष्‍ट्रपति रईसी का इशारा चीन के साथ आर्थिक और व्‍यापारिक संबंधों की तरफ था। उनके शब्‍दों में, ‘दुर्भाग्‍य से मुझे लगता है कि हम इस दिशा में गंभीर रूप से असफल हुए हैं।’ ईरान और चीन के आर्थिक रिश्‍ते चीन-ईरान स्‍ट्रैटेजिक पार्टनरशिप प्‍लान (CISPP) का हिस्‍सा थे। यह वह समझौता था जिसके तहत चीन की तरफ से ईरान की अर्थव्‍यवस्‍था को आगे बढ़ाने के लिए 400 अरब डॉलर से ज्‍यादा का निवेश करना था। 25 साल की योजना के तहत यह निवेश होना था। इसके बदले में ईरान ने चीन को तेल आपूर्ति पर रजामंदी जाहिर की थी। रईसी का कहना था कि आर्थिक संबंध वहीं के वहीं अटके हैं। दोनों देशों को इसका हर्जाना भरना पड़ेगा। सावर्जनिक तौर पर रईसी का इस तरह से चीन की आलोचना करना यह बताता है कि ईरान किस हद तक निराश हो चुका है। चीन से निराशा ईरान इस समय दुनिया का वह देश है जिस पर भारी प्रतिबंध लगे हैं और जिसे हर तरफ से किनारे कर दिया गया है। इकलौता चीन ऐसा देश है जो उसके साथ खड़ा है। चीन इस समय ईरान के लिए बड़ा आर्थिक सहारा बन चुका है। उसने कई तरह से इस देश की मदद की है। अमेरिका स्थित थिंक टैंक नीयर ईस्‍ट पॉलिसी में सीनियर फेलो हेनरी रोम के मुताबिक रईसी का भाषण बताने के लिए काफी है कि चीन जिस तरह से ईरान के साथ आर्थिक संबंध गहरे करने से हिचकिचा रहा है, उसकी वजह से वह काफी निराश है। कैसे खुश होगा ईरान उनका कहना है कि चीन और ईरान के रिश्‍तों के बीच इन्‍हीं मुद्दों की वजह से रिश्‍तों में तनाव आने लगा है। आने वाले सालों में ये मुद्दे इसी तरह से जारी रहेंगे इस बात की पूरी संभावना है। विशेषज्ञों के मुताबिक रईसी का भाषण यह बताने के लिए काफी था कि चीन ने किस कदर ईरान का दिल तोड़ दिया है। रईसी ने चीन को इशारों में ही बता दिया है कि उसे ईरान को आर्थिक गारंटी देनी होगी ताकि वह प्रदर्शनों के बीच अपनी जनता के सामने खुद को साबित कर सकें। अभी यह देखना होगा कि चीन की तरफ से ईरान को जो पेशकश की जाती है, उससे वह खुश होता है या नहीं।