अहमदाबाद: हां थोड़ा दर्द है पर चलता है… ऐसा ही कुछ भाव टीम इंडिया के कोच के चेहरे पर थी जब ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम को विश्व कप की ट्रॉफी के लिए स्टेज पर बुलाया जा रहा था। टीम इंडिया के मिस्टर डिपेंडेबल से एनसीए और फिर कोच की भूमिका तक राहुल द्रविड़ ने हर जगह अपना शत प्रतिशत दिया। हालांकि, द्रविड़ सफलता का वह स्वाद नहीं चख पाए, जिसके वे हमेशा से हकदार रहे और अब एक फिर उन्हें निराशा मिली है।राहुल द्रविड़ नवंबर, 2021 में टीम इंडिया के कोच बने थे। द्रविड़ की कोचिंग में टीम इंडिया में को शानदार मार्गदर्शन मिला और देश-विदेश में टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। द्रविड़ की कोचिंग में टीम इंडिया तीन बड़े टूर्नामेंट के नॉकआउट में पहुंची, हालांकि उनका दुर्भाग्य ही कहेंगे कि भारतीय टीम खिताबी जीत के बिल्कुल करीब पहुंचकर भी चैंपियन नहीं बन सकी। इस तरह विश्व कप 2023 में मिली निराश करने वाली हार के साथ अब राहुल द्रविड़ को टूटे दिल से विदाई होगी। दरअसल राहुल द्रविड़ का कॉन्ट्रैक्ट दो साल के लिए था। विश्व कप के बाद उनका कार्यकाल समाप्त हो गया है। ऐसे में बीसीसीआई अब नए कोच की तलाश करेगा। हालांकि, द्रविड़ के नाम पर फिर से विचार किया जा सकता है और वह खुद भी कोच पद के लिए खुद का नाम रख सकते हैं लेकिन इस पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। राहुल द्रविड़ को टी20 विश्व कप 2021 के सेमीफाइनल में टीम इंडिया को मिली हार के रवि शास्त्री की जगह कोच की जिम्मेदारी मिली थी। द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची थी, लेकिन टीम इंडिया को यहां भी ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार मिली थी। द्रविड़ की कोचिंग में टीम इंडिया को एक बड़ी सफलता एशिया कप मिली। भारत ने एशिया कप के फाइनल में श्रीलंका को हराकर खिताबी जीत हासिल की थी। उम्मीद थी कि टीम इंडिया अपने घर में विश्व चैंपियन बनगेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। हालांकि, रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया ने टूर्नामेंट लगातार 10 मैचों में जीत हासिल की थी, लेकिन फाइनल में वह ऑस्ट्रेलिया को तिलिस्म को नहीं तोड़ पाई।