अम्मा की लगी 1 करोड़ की लॉटरी, लेकिन धोखा दे गया टिकट बेचने वाला… उसके बाद की कहानी चौंका देगी

नई दिल्ली: सुकुमारीअम्मा… उम्र 72 साल और काम केरल के तिरुवनंतपुरम में म्यूजियम जंक्शन पर सड़क किनारे सामान बेचना। बच्चों की कैप, बैग, क्लिप… यही सब बेचकर सुकुमारीअम्मा अपने परिवार की गुजर-बसर करती हैं। उनका हमेशा से एक सपना था कि उनके पास इतने पैसे हों कि वो एक प्लॉट खरीद सकें और वहां अपना घर बना सकें। यही वजह थी कि वो अक्सर लॉटरी टिकट खरीदकर अपनी किस्मत आजमाया करती थीं। वो 15 मई 2024 का दिन था, जब सुकुमारी अम्मा के टिकट ने पहला इनाम जीता। रकम थी पूरे एक करोड़ रुपए।वो फिफ्टी-फिफ्टी केरल स्टेट लॉटरी का टिकट नंबर – FG 348822 था, जिसपर सुकुमारीअम्मा को ये जैकपॉट लगा। लेकिन तभी, कहानी में एक ट्विस्ट आ गया। दरअसल, उन्होंने 14 मई को 1,200 रुपये में एक ही सीरीज के 12 टिकट खरीदे थे। उनके एक टिकट को पहला इनाम और एक टिकट को 8000 रुपये का सांत्वना पुरस्कार मिला था। onmanorama की खबर के मुताबिक, सुकुमारीअम्मा जिस वेंडर कन्नन से टिकट खरीदा करती थीं, उसने उनसे झूठ बोला और कहा कि उनके टिकटों को 500-500 रुपए का इनाम मिला है। कैसे खुली कन्नन के झूठ की पोलअगले दिन कन्नन वापस लौटा और सुकुमारीअम्मा से कहा कि एक गलती हो गई है। इस बार उसकी कहानी ये थी कि उसने 12 टिकटों में से प्रत्येक के लिए 100 रुपये जीते हैं। सुकुमारीअम्मा फिर से उसकी कहानी में फंस गई। अब कन्नन पलायम गया और मिठाई बांटना शुरू कर दिया। कन्नन ने लोगों से कहा कि उसने 1 करोड़ रुपये की लॉटरी जीती है। यहां प्रभा नाम का एक टिकट वेंडर और था, जिसे सुकुमारीअम्मा के टिकटों के नंबरों की सीरीज पता थी। अगली सुबह प्रभा ने उसे बताया कि उसके साथ कन्नन ने धोखा किया है।पुलिस के पास पहुंचा मामला, हुआ एक्शनसुकुमारीअम्मा हमेशा कन्नन से टिकट खरीदती थीं। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वो उनके साथ ऐसा करेगा। उन्होंने कन्नन को फोन किया, लेकिन उसका मोबाइल बंद था। इसके बाद उन्होंने लॉटरी दफ्तर में शिकायत की। उन्होंने सुकुमारी अम्मा से कहा कि वो पहले पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं और इसके बाद एफआईआर की कॉपी लेकर उनके पास आएं। अब उन्होंने म्यूजियम पुलिस थाने में कन्नन के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी। पुलिस ने जांच की तो सुकुमारीअम्मा की शिकायत सही पाई गई। कुछ ही घंटो की मशक्कत के बाद कन्नन को गिरफ्तार कर लिया गया। अब सुकुमारीअम्मा के पास टिकट पाने के दो तरीकेम्यूजियम पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर अनीज ए ने बताया, ‘हमने लॉटरी विभाग और एजेंसी से जांच की, तो नंबरों के सीरीज की पुष्टि हो गई। हमें पता था कि शिकायत में सच्चाई है और हम उनकी मदद करना चाहते थे। कन्नन ने पेरूरकाडा के एक बैंक को टिकट दिया था। हमने टिकट जब्त कर लिया है। वह दो तरीकों से टिकट प्राप्त कर सकती हैं। या तो वे समझौता कर लें या मामले का फैसला अदालत में हो। हमने पेरूरकाडा के पास पिपिनमूडू से कन्नन को पकड़ा और उसने उसे धोखा देने की बात कबूल की।’पहले 30,000 और 60,000 रुपये के इनाम भी लगेम्यूजियम विभाग से सफाईकर्मी के पद से रिटायर सुकुमारीअम्मा लंबे समय से लॉटरी टिकट खरीद रही हैं। उन्होंने इससे पहले 30,000 और 60,000 रुपये के पुरस्कार जीते थे। उनका एक बेटा और एक बेटी है। सुकुमारीअम्मा ने कहा, ‘जब मेरा बेटा महज 5 साल का था, तब मेरे पति की मौत हो गई। मैंने गोबर ढोने से लेकर दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम कर अपने बच्चों को पाला है। बाद में मुझे सफाईकर्मी की नौकरी मिल गई। ये सभी साल मैंने किराए पर रहकर बिताए हैं। मेरा सपना है कि मेरा अपना घर हो। इसलिए मैं लॉटरी टिकट खरीदती रही। मुझे उम्मीद है कि मुझे जल्द ही मेरा पुरस्कार मिल जाएगा।’