दमिश्क: सीरियाई राष्ट्रपति बसर अल असद ने दावा किया है कि तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत पहले ही हो चुकी है। उन्होंने रूस का समर्थन करते हुए अमेरिका समेत पश्चिमी देशों की जमकर आलोचना की। असद का दावा है कि यूक्रेन में नाजियों की सेना और सीरिया में पश्चिम समर्थित जिहादियों ने छद्म युद्ध छेड़ा हुआ है। उनका मानना है कि सिर्फ रूस और चीन के नेतृत्व वाले देशों का गठबंधन ही अमेरिकी अधिपत्य को खत्म कर सकता है। असद आर्थिक और राजनीतिक सहयोग पर चर्चा करने के लिए बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के लिए क्रेमलिन पहुंचे हुए थे। इस दौरान सीरिया में रूसी सैनिकों की मौजूदगी और भूकंप के बाद मानवीय सहायता को लेकर भी बात हुई।तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो चुका हैतीसरे विश्व युद्ध की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर बसर अल असद ने कहा कि मेरा मानना है कि तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो चुका है लेकिन यह अपने स्वरूप में भिन्न है। मेरे कहने का मतलब यह है कि अतीत में विश्व युद्ध पारंपरिक हुआ करते थे। कई राज्यों की सेनाएं आपस में लड़ रही थीं। मौजूदा हालात के लिहाज से भी यह बात सही है, लेकिन आधुनिक हथियारों, खासकर परमाणु हथियारों की वजह से यह परंपरागत युद्ध से अलग है। इसलिए युद्ध अब छद्म युद्ध बनने की ओर बढ़ रहे हैं। यही कारण है कि जेलेंस्की अब नाजियों की अपनी सेना का उपयोग करते हुए पश्चिम की ओर से युद्ध लड़ रहा है। वही काम सीरिया में पश्चिमी देशों का समर्थक आतंकी संगठन कर रहे हैं। सीरिया में आतंकी शिविर चला रहा अमेरिकासीरिया के अल-तन्फ में आतंकवादियों और अमेरिका के बीच कथित संबंधों पर असद ने कहा कि अल-तन्फ क्षेत्र के पास आतंकवादी समूहों के साथ हमारी सीधी मुठभेड़ हुई है। निश्चित रूप से, हम इन मुठभेड़ों और बंदियों से जानते हैं कि वे कहां से आए थे। अल-तन्फ पूरे आतंकवादी शिविर का प्रतिनिधित्व करता है और इसका कोई अन्य लक्ष्य नहीं है। रेगिस्तान के बीचोबीच इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति से अमेरिका को क्या मिलता है? इसमें कोई संदेह नहीं है कि अमेरिका आतंकवादियों के लिए शिविर चला रहा है जिनमें उनके परिवारों के साथ दसियों हजार लोग रहते हैं। समय-समय पर, वे इन लोगों को अलग-अलग दिशाओं में सीरियाई सेना के खिलाफ आतंकवादी हमले करने के लिए भेजते हैं। हमें इस पर यकीन है, सबूत वास्तव में हैं।रूस के साथ संबंध महत्वपूर्णरूस सीरिया संबंधों के बारे में पूछे जाने पर बसर अल असद ने कहा कि पिछले कुछ साल में राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठकें हमेशा महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई हैं। हम कह सकते हैं कि सभी बैठकें महत्वपूर्ण रही हैं। लेकिन यह यात्रा दो मामलों में काफीी महत्वपूर्ण है। पहली- यूक्रेन युद्ध की शुरुआत के बाद से राष्ट्रपति पुतिन के साथ यह मेरी पहली मुलाकात थी और शायद कोरोना महामारी के अंत के बाद पहली बार मिले हैं। कोरोना वायरस और यूक्रेन युद्ध दोनों ने वैश्विक स्थिति को प्रभावित किया है। अब हम देख रहे हैं कि दुनिया में कई वैश्विक व्यवस्थाएं बदली हैं। ऐसे में सीरियाई और रूसी परिपेक्ष्य में इन पर सोचना और चर्चा करना आवश्यक हो गया था। हम ऊर्जा, बिजली, तेल, परिवहन, आवास, उद्योग से संबंधित क्षेत्रों और कई अन्य क्षेत्रों में 40 विशिष्ट निवेश परियोजनाओं को लेकर उत्साहित हैं।