आग से खेल रहा अमेरिका… रूस ने दुनिया को फिर दिखाई परमाणु ताकत, यूक्रेन के साथ बढ़ा युद्ध

मॉस्को: रूस और यूक्रेन का युद्ध चल रहा है। इस बीच पुतिन ने पश्चिमी देशों को अपनी मिलिट्री पावर दिखाई है। यार्स न्यूक्लियर मिसाइल की ड्रिल देखी गई है। पश्चिमी देशों के साथ भारी तनाव के बीच रूस ने अपने परमाणु शस्त्रागार दिखाए हैं। वह भी ऐसे समय जब रूस के शीर्ष राजनयिक कहते हैं कि अमेरिका आग से खेल रहा है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने पश्चिमी रूस के योश्कर-ओला में हुए युद्ध ट्रेनिंग का खुलासा किया है। मिसाइल इकाइयों को रूस के शहरों की सड़कों पर युद्धाभ्यास करते देखा जा सकता है। जमीन आधारित मिसाइल सिस्टम के काफिले अज्ञात सड़ों से निकलते दिखाई दिए।अभ्यास के दौरान, सैन्य कर्मियों ने महाविनाशकारी रॉकेट को छिपाने और हमले से बचाने वाले कई परिदृश्यों का प्रदर्शन किया। स्ट्रैटेजिक मिसाइल बलों के सदस्यों ने दिन रात ऑटोमैटिक लांचरों की स्थिति बदलने का अभ्यास किया। यह अभ्यास इस आशंका के बीच हो रहा है कि यूक्रेन युद्ध के कारण रूस का तनाव पश्चिम के साथ बढ़ जाएगा। रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने शुक्रवार को संकट की ओर बढ़ने पर अमेरिका की आलोचना की है। न्यूज एजेंसी TASS के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ‘हम चेतावनी देते हैं कि वे आग से खेल रहे हैं। वे लंबे समय से रूसी संघ के साथ अप्रत्यक्ष युद्ध में हैं।’रूस ने तेज किया युद्धाभ्यासरायाबकोव ने आगे कहा, ‘वे यह महसूस नहीं कर पा रहे हैं कि वे अपने जियोपॉलिटिकल फायदों के लिए एक ऐसे चरण में पहुंच रहे हैं, जिसमें जो हो रहा है उसे नियंत्रित करना और रोकना मुश्किल हो जाएगा।’ यूक्रेन के खारकीव में रूस के हमले की पश्चिमी देशों ने आलोचना की थी, जिसके बाद पुतिन ने युद्धाभ्यास तेज कर दिया है। युद्ध में रूस की क्षमताओं को और भी ज्यादा बढ़ाने के लिए पुतिन ने जासूसी सैटेलाइटों को भी लॉन्च किया है।रूस ने लॉन्च किया सैटेलाइटसैटेलाइट के मामले में फिलहाल यूक्रेन की तुलना में रूस को नुकसान हो सकता है। क्योंकि पश्चिमी देशों के खुफिया सैटेलाइट का एक बड़ा नेटवर्क मदद कर रहा है। रूस की टॉप सीक्रेट सैटेलाइट को शुक्रवार को देश के उत्तर में प्लेसेत्स्क कॉस्मोड्रोम से सोयुज 2.1 बी वाहक रॉकेट से लॉन्च किया गया था। यार्स मिसाइलें वर्तमान में रूसी रणनीतिक परमाणु बलों के जमीनी घटक का मुख्य तत्व हैं। ये मिसाइल 12000 किमी दूर तक मार सकता है, जिसका मतलब है कि रूस यूरोप से लेकर अमेरिका तक परमाणु हथियार पहुंचा सकता है।