पर्थ: वेस्टइंडीज को लेकर कहा जाता है कि यह ऐसी टीम है, जो कभी भी किसी भी मैदान पर किसी भी टीम के खिलाफ जब चाहे तब जीत दर्ज कर सकती है। पिछले कुछ सालों में भले ही कैरेबियाई टीम के धाकड़ खिलाड़ियों ने इंटरनेशनल क्रिकेट से मुंह मोड़ा है, लेकिन इस टीम ने हमेशा हैरान करने का काम किया है। अब पर्थ में खेले गए तीसरे टी-20 इंटरनेशनल मैच को ही ले लिया जाए। मैच में वेस्टइंडीज ने पहले बैटिंग करते हुए तूफानी अंदाज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ न केवल लगातार तीसरे मैच में 200 से अधिक का स्कोर बनाया, बल्कि आखिरी मैच में 37 रनों से जीत दर्ज करते हुए अपना सम्मान भी बचा लिया।वेस्टइंडीज की जीत के हीरो रहे (29 गेंद, 4 चौके, 7 छक्के और 71 रन) और रोमारियो शेफर्ड (2 विकेट), जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़े विलेन साबित हुए। तूफानी अंदाज में शुरुआत मिलने के बावजूद पिछले मैच में टी-20 इंटरनेशनल करियर का 5वां शतक ठोकने वाले मैक्सी 14 गेंदों में सिर्फ 12 रन बना सके, जबकि उस समय टीम को लगभग 25 के औसत से रन बनाने की जरूरत थी। वेस्टइंडीज ने 6 विकेट पर 220 रन बनाए थे, जबकि कंगारू टीम 5 विकेट पर 183 रन ही बना सकी। उसके लिए सबसे अधिक डेविड वॉर्नर ने 49 गेंदों में 9 चौके और 3 छक्के के दम पर 81 रन की पारी खेली, जबकि टिम डेविड ने 19 गेंदों में 2 चौके और 4 छक्के के दम पर नाबाद 41 रन की पारी खेली। सीरीज हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने 2-1 से अपने नाम किया।वेस्टइंडीज ने की थी खराब शुरुआत, 17 रन पर गिर गए 3 बड़े विकेटटॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी कैरेबियाई टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसके 3 विकेट सिर्फ 17 रनों पर ही गिर गए। यहां से रोस्टन चेज (20 गेंदों में 37 रन) और रोवमैन पॉवेल (21 रन) ने मोर्चा संभाला और टीम को 72 रनों तक पहुंचाया, लेकिन यहां अचानक ये दोनों बल्लेबाज आउट हुए तो लगा वेस्टइंडीज घुटने टेक देगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।फिर आया रदरफोर्ड और आंद्रे रसेल का तूफान, बनाए अद्भुत रिकॉर्डशेरफेन रदरफोर्ड (40 गेंद, 5 चौके, 5 छक्के, नाबाद 67 रन) और मसल बॉय आंद्रे रसेल (29 गेंद, 4 चौके, 7 छक्के और 71 रन) ने छठे विकेट के लिए रिकॉर्ड 140 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को 220 रनों तक पहुंचा दिया। यही नहीं, दोनों बल्लेबाजों ने छठे और 7वें नंबर के बल्लेबाज के रूप में हाफ सेंचुरी जड़ते हुए अद्भुत रिकॉर्ड कायम किया। ऐसा पहली बार हुआ।डेविड वॉर्नर और टिम डेविड के अलावा कंगारू बल्लेबाज रहे फेलपहाड़ सरीखे लक्ष्य का पीछा करने उतरी कंगारू टीम को पहला झटका 68 रनों पर लगा। कप्तान मिचेल मार्श को अकील हुसैन ने होल्डर के हाथों कैच कराया। वह 17 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन तब तक डेविड वॉर्नर ही आक्रमण का पूरा जिम्मा उठाए हुए थे। हालांकि, वह 49 गेंदों में 9 चौके और 3 छक्के के दम पर 81 रन की पारी खेलकर रोस्टन चेज के शिकार बने। इसके बाद आरोन हार्डी 17 और जोश इंग्लिस एक रन पर आउट हुए तो कंगारू टीम मुश्किल में पड़ गई।यहां ग्लेन मैक्सवेल से उम्मीद थी, लेकिन वह रोमारियो शेफर्ड की बेहद खतरनाक यॉर्कर पर क्लीन बोल्ड हो गए। टिम डेविड ने 19 गेंदों में 2 चौके और 4 छक्के उड़ाते हुए नाबाद 41 रन की पारी खेली, लेकिन वह टीम को जीत तक नहीं पहुंचा सके। वेस्टइंडीज के लिए रोमारियो और रोस्टन ने 2-2 विकेट झटके, एक और अकील हुसैन के नाम रहा।